कलेक्टर के पास अपनी फरियाद लेकर पहुंचे ग्रामीणों ने कहा कि वो लोग कुम्हार जाति के लोग हैं। जहां से मिट्टी के सामान बनाने के लिए मिट्टी ली जाती है वहां पर राखड़ का भराव किया जा रहा है। इकसे कारण इस जाति के लगभग ३० से ३५ परिवारों के सामने रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गई है। उनका जीवन प्रभावित हुआ है। ऐसे में ग्रामीणों ने कलेक्टर से तुरंत न्याय की गुहार लगाई है।
दो तीन बार पहुंची है गाड़ी
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में अभी राखड़ भरने का कार्य प्रारंभ नहीं किया गया है। दो से तीन बार राखड़ लोड गाड़ी गांव में पहुंची थी पर विरोध के बाद उसे भगा दिया गया है। तालाब अभी सूखा हुआ है लेकिन उसके निर्माण की मांग की जा रही है। उधर सरपंच वहां पर बाजार बनाने की बात कहकर उसे पटवाने की कोशिश कर रहा है। हम सभी इसका विरोध कर रहे हैं।