उन्होंने जनप्रतिनिधियों के साथ सी-मार्ट में रखे गये उत्पादों का अवलोकन किया तथा स्थानीय उत्पादों की गुणवत्ता और कम कीमत मे उपलब्धता की तारीफ करते हुए सभी लोगो से सी-मार्ट में सामान खरीदकर महिलाओं को प्रोत्साहित करने की अपील की।
इस अवसर पर राजस्व मंत्री अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मंशानुरूप समूह की महिलाओं के द्वारा बनाए गए उत्पाद के बिक्री के लिए जगह उपलब्ध कराने के लिए जिला मुख्यालय में सी-मार्ट की सुविधा उपलब्ध कराई गई है ताकि स्व सहायता समूह की महिलाओं को अच्छा बाजार मिल सके जिससे महिलाओं को आर्थिक लाभ हो।
उन्होंने कहा कि सी-मार्ट से जिले की स्व सहायता समूह की महिलाओं को बल मिलेगा। इससे समूह सशक्त होगी तथा महिलाओं का अधिक आर्थिक विकास होगा। सी-मार्ट में एक ही छत के नीचे सभी जरूरत की चीजे लोगों को आसानी से उपलब्ध होगी। साथ ही महिलाओं द्वारा उत्पादित विशिष्ट उत्पाद जैसे कोसा साडी, चांवल, दाल, आचार-पापड, मसाले, साबुन, फिनाइल आदि उपलब्ध रहेगी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही सांसद ज्योत्सना महंत ने कहा कि शासन ने महिलाओं को सम्मान देने तथा उन्हे आगे बढाने के लिए सी-मार्ट की योजना लागू की हैं। सी-मार्ट महिलाओं के सशक्तिकरण में नया आयाम है। इससे महिलाओं को आर्थिक बल और सहयोग मिलेगा।
जिससे समूह की महिलाओं के घर परिवार की आर्थिक स्थिति और बेहतर होगी।
पाली तानाखार विधायक मोहित राम केरकेट्टा ने कहा कि शासन द्वारा महिला समूहों को स्वावलंबी बनाने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए सी-मार्ट बहुत उपयोगी कदम है। इससे महिलाओं को निश्चित रूप से अधिक आर्थिक लाभ होगी।
इस अवसर पर कलेक्टर रानू साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मंशानुरूप जिले की स्व सहायता समूहो को आगे बढ़ाने के लिए तथा मेकइन इंडिया की तर्ज पर जिले की स्थानीय उत्पादों को बढावा देने के लिए सी-मार्ट का शुभारंभ किया गया है। इससे महिला समूहों की उत्पादन क्षमता बढेगी।