सड़क का पता नहीं, सिर्फ गड्ढे ही गड्ढे
कुदमुरा से हाटी की ओर जाने वाली मार्ग में डामरीकरण का अतापता नहीं है। जगह-जगह से डामर व मुरुम उखड़ चुके हैं। इससे मार्ग में गड्ढे ही गड्ढे नजर आते हैं। इन गड्ढों में बारिश का पानी भरने से लोगों को इसका अंदाजा नहीं लग पाता।
दिन-रात दौड़ते हैं भारी वाहन
इस मार्ग पर दिन-रात भारी वाहनों एवं यात्री बसों का आवागमन होता है। सड़कों की जर्जर स्थिति के कारण वाहन चालकों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ता है। इस मार्ग पर सड़क की जर्जर स्थिति के कारण आए दिन छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं घटित होती रहती है। इसके बावजूद प्रशासन मार्ग को सुधारने ध्यान नहीं दे रहा है। यात्री बसों के दुर्घटनाग्रस्त होने से गंभीर स्थिति निर्मित हो सकती है। सड़कों पर चलने वाले लोग अपनी जान को जोखिम में डालकर अपने गंतव्य तक पहुंच रहे है। मंजिल पहुंचने के बाद राहगीर व परिजन राहत की सांस लेते हैं। इससे पहले उनकी सांसे अटकी रहती है।
रायगढ़ जिले को जोड़ती है ये सड़क
वनांचल क्षेत्र के लोगों के लिए उरगा हाटी मार्ग बेहद महत्वपूर्ण है। इसी रास्ते से लोग रायगढ़ तक आवागमन करते हैं। वाहनों की भी संख्या अधिक रहती है और इसी प्रकार रायगढ़, धरमजयगढ़ से लोग कोरबा, उरगा,करतला आदि की ओर आवागमन करते हैं।
अधिकारी नहीं करते मौका-मुआयना
जिले में सड़कों का जाल बिछाने का दावा करने वाले विभागीय अधिकारी मौका-मुआयना करना मुनासिब नहीं समझते हैं। यही कारण है कि इन अधिकारियों की सड़कों की वास्तविक स्थिति का ज्ञान नहीं है और जब ग्रामीण इन सड़कों की समस्या की जानकारी उन्हें देते हैं तो वे मात्र आश्वासन देकर उन्हें वापस लौटा देते हैं लेकिन समस्याओं का समाधान नहीं होता है। इससे ग्रामीणों का विश्वास प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से उठता जा रहा है। इन्हें आवागमन में रोजाना मुसिबतों से दो-चार होना पड़ रहा है, लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं है।