कोरबा

आधी रात तक पर्चा बांटने मामले में प्रशासन ने शुरू की जांच, डीईओ सहित विभाग के इतने लोगों को शो कॉज नोटिस

प्रशासन ने शिक्षा विभाग से यह भी पूछा है कि आचार संहिता में आधी रात तक पर्चों के वितरण करने की सूचना प्रशासन क्यों नहीं दी गई।

कोरबाApr 19, 2019 / 11:55 am

Vasudev Yadav

आधी रात तक पर्चा बांटने मामले में प्रशासन ने शुरू की जांच, डीईओ सहित विभाग के इतने लोगों को शो कॉज नोटिस

कोरबा. विगत आठ अपै्रल को विद्युत गृह स्कूल में आधी रात तक पर्चा बांटने वाले मामले को लेकर प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। १३ बिन्दुओं में जवाब मांगने के बाद इस मामले को गंभीरता से लेते हुए डीईओ सहित शिक्षा विभाग के तीन लोगों को शो कॉज नोटिस जारी किया गया है।
कलेक्टर किरण कौशल ने इस मामले के जांच का जिम्मा अपर कलेक्टर एनसी नैरोजी को दिया है। इस मामले में शिक्षा विभाग से 13 बिन्दुओं पर सवाल पूछे गए हैं। राज्य से प्राप्त प्रश्न पत्रों के बजाय अपने प्रश्र पत्र छापे गए और मुद्रक कौन था? इस तरह के जवाब तलब किए गए हैं। प्रशासन ने शिक्षा विभाग से यह भी पूछा है कि आचार संहिता में आधी रात तक पर्चों के वितरण करने की सूचना प्रशासन क्यों नहीं दी गई।

29 अप्रैल को बयान के लिए बुलाया
कलेक्टर कार्यालय से जिला शिक्षा अधिकारी सतीश पांडे, एपीओ जीपी साहू व मुख्य लिपिक एसके कौशिक को शो कॉज नोटिस दिया है। नोटिस में जावक पंजी, मुद्रण संबंधी समिति गठन का रजिस्टर, विद्युत गृह में बांटे गए प्रश्न पत्रों की सीडी या हार्डकॉपी सहित मुद्रण संबंधी निविदा व प्रिटिंग हेतु जारी किए गए कार्यादेश व नोटशीट लेकर २९ अपै्रल को स्वयं उपस्थित होकर बयान देने को कहा है।

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मुद्रकों को भी नोटिस
विभाग ने इस मामले में जवाब दिया है कि ऐसी परिस्थितियां मुद्रक की गलती से हुई है। विभाग की ओर से दिए गए विवरण के आधार पर मेघा ग्राफिक्स, लिंक रोड अग्रेसन चौक, बिलासपुर और खण्डेलवाल आफसेट पिं्रटर्स, तेलीपारा रोड बिलासपुर को भी नोटिस जारी कर बयान के लिए बुलाया है।

ये है पूरा मामला
नौ अपै्रल को विद्युत गृह स्कूल में रात के लगभग १२ बजे तक विभागीय अफसरों ने मिलकर सभी ११८ संकुल प्रभारी(सीएसी) या उनके प्रतिनिधियों को पर्चों का वितरण किया। ऐसे पर्चे भी बांटे गए जिसकी परीक्षा अगली सुबह होनी थी। स्कूलों को पर्चा लीक होने की जानकारी दी गई, जबकि राज्य स्तर से ऐसी कोई सूचना नहीं थी। राज्य स्तरीय आकलन(एसएलए) योजना के तहत राज्य भर में पहली से आठवीं तक के छात्रों के लिए प्रश्न पत्रों के ब्लू प्रिंट भिजवाए गए हैं। ऐसे में गलत पर्चा बंटने की बात कही जा रही है। विभाग का कहना था कि प्रिंटर्स ने गलत प्रश्नपत्र प्रिंट कर भेज दिया था। जिसे सुधारने के लिए रातों-रात पर्चों का वितरण किया गया।

-आधी रात को पर्चा वितरण वाले मामले में डीईओ सहित तीन को शो कॉज नाटिस जारी किया गया है। मुद्रकों को भी बुलाया गया है। वर्तमान में जांच प्रक्रियाधीन है- एनसी नैरोजी, अपर कलेक्टर

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