घर-घर टीबी जांच अभियान के तहत जिला टीबी नियंत्रण टीम के सदस्यों, मितानिन एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ता टीबी की जांच कर रहे हैं। जांच में पॉजिटिव आने वाले मरीजों को निशुल्क उपचार भी उपलब्ध करवाया जा रहा है ।
इस संबंध में जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी डॉ. जी.एस. जात्रा ने बताया अभियान के दौरान स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर टीबी खोज सर्वे भी कर रहे है, साथ ही जिसमें लक्षण नजर आ रहे है उनकी जांच भी कराई जा रही है । अभियान के तहत जन-जागरूकता को विशेष महत्व देते हुए टीबी के संभावित मरीजों की जांच एवं उपचार के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी कार्यक्रम में शामिल कर उनका सहयोग लिया जा रहा है।
ये लक्षण आने पर कराएं जांच
सीने में दर्द होना, चक्कर आना, दो सप्ताह से ज्यादा खांसी या बुखार आना, खांसी के साथ मुंह से खून आना, भूख में कमीं और वजन कम होना आदि लक्षण दिखने पर फौरन चिकित्सक से संपर्क करें।
टीबी की जांच के लिए सीबीनॉट व ट्रूनॉट मशीन
ड्रग रेजिस्टेंट टीबी की जांच एवं उपचार की सुविधा जिला स्तर पर उपलब्ध कराने के लिए सीबीनॉट मशीन लगाई गई है। वहीं ब्लॉक स्तर पर ट्रूनॉट मशीन है। जिससे संभावित रोगियों का 2 घंटे में टीबी या ड्रग रेजिस्टेंट टीबी होने का पता लगाया जा रहा है। टीबी रोगियों की जांच और संपूर्ण उपचार सभी सरकारी अस्पतालों में नि:शुल्क किया जाता है।