खाद्य एवं औषधि विभाग द्वारा अब तक डेयरी व होटलों से दुध की सैपलिंग ली जाती थी। जिसमें कई बार दुध में पानी मिलावटी की रिपोर्ट आ चुकी है। डेयरी संचालक अब तक यही मुदद उठाते थे कि दुध व्यवसायियों से आती है। इसलिए उनके दुध की जांच होनी चाहिए। इसलिए अब विभाग ने ये जांच शुरू की है। बुधवार को खाद्य एवं औषधि अधिकारी आर देवागंन सहित अन्य कर्मचारी शाम में शहर के कई इलाकों में पहुंचे। जहां घर-घर एवं डेयरी जाकर दुध बेचने वालों से दुध का सैंपल लिया गया। दादर के दो, राताखार और सीतामणी से 1-1 सैंपल लिया गया। सैंपल को अब रायपुर स्थित लैब भेजा जाएगा।
दुध व्यवसायी, गांव से भी पहुंचते हैं
शहर में दुध व्यवसायी प्रतिदिन दुध बेचने अलग-अलग वार्डों में पहुंचते हैं। इसी तरह कई गांव से भी लोग आते हैं। कई बार शिकायत आती रहती है कि दुध में पानी की मिलावट से लेकर कई प्रकार की शिकायत आ चुकी है। लेकिन समय पर कार्यवाई नहीं होने की वजह से यह कारोबार लंबे समय से जारी है।
-शहर में दुध बेचने वाले 4 लोगों से सैंपल लिया गया है। इसकी जांच रायपुर के लैब में होगी। नियमित तौर पर अब इसकी जांच की जाएगी।
-आर देवांगन, खाद्य औषधि अधिकारी