कंपनी के आने के बाद नहीं चलेगी मनमानी
कंपनी के काम शुरू होने के बाद फिर प्रापर्टी टैक्स न देने वालों की मनमानी नहीं चलेगी। दरअसल अब तक साल में एक बार टैक्स देने की वजह से लोग रूचि नहीं लेते। इस वजह से अब हर महीना टैक्स वसूली कंपनी करेगी। यहां तक पूरा वसूली का सिस्टम भी बदलने जा रहा है। विलंब होने के बाद बकायदा पेनाल्टी लगाकर उसकी भी वसूली होगी।
वसूली पिछड़ी, मार्च तक पूरा होना मुश्किल
वर्तमान में शहर में राजस्व वसूली बेहद पिछड़ी हुई है। उद्योगों से जहां 90 करोड़ रूपए से अधिक बकाया हुआ है। जबकि शहर में भी लाखों रूपए अब तक वसूली नहीं हो सकी है। विभाग को उम्मीद है कि 70 फीसदी तक वसूली मार्च तक हो जाएगा। इसके लिए वार्डों में शिविर भी लगाया जा रहा है।
जीआईएस सर्वे अधूरा छोड़ कंपनी भागी
शासन द्वारा राजस्व वसूली के लिए पहले भी हाइटेक सर्वे बाहर की कंपनी के माध्यम से कराया गया था। नागपुर की टीम द्वारा किए गए इस सर्वे को बीच में आधा अधूरा छोड़कर भाग गई थी। बहुत जगह गड़बड़ी भी सामने आई थी। कई जोन का काम अब तक पूरा नहीं हो सका था। अगर ये काम पूरा हो जाता तो शहर के सभी निजी प्रापर्टी चिंहित हो जाती जिसके आधार पर निगम राजस्व वसूली कर सकता था। एक बार फिर से बाहर की कंपनी को यह काम दिया जा रहा है,ऐसे मेेंं मॉनिटंरिग की सख्त जरूरत है।