सरकार गरीबों को मकान देने की योजना तो बना रही है। लेकिन वह भी ऐसे स्थान पर जहां दिन-रात शराबियों का मजमा लगा रहता हैं। लाटा में शराब दुकान खुलने के बाद यहां का माहौल अशांत रहता है। ठेला वाले हों या चखना दुकान इसकी मौजूदगी से यहां मेला लगा रहता है। अब से लगभग 15 वर्ष पूर्व ठीक इसी स्थान पर गरीबों को शहरी क्षेत्र में गरीबों को ही आवास दिलाने के लिए अटल आवास बनाए गए थे। जोकि अब तब आबाद नहीं हो सके हैं।
तब बने थे 500 मकान
करोड़ों की लागत से सरदार वल्लभ भाई पटेल नगर से सटे हुए क्षेत्र में 15 वर्ष पूर्व अटल आवास के लगभग 12 ब्लॉक बनाए गए थे। जिसमें आगे और पीछे दोनों तरफ मकान बने हैं। डबर स्टोरी अटल आवास के हर ब्लॉक में 40 मकान हैं। जहां वर्तमान में 199 परिवार ही निवासरत हैं। शेष पूरी तरह से रिक्त हैं। इसमें से 4-5 ब्लॉक पूरी तरह से खण्डहर में तब्दील हो चुके हैं। खिड़की दरवाजे भी चोरी हो गए हैं। जिन अटल आवास में लोग रह रहे हैं। वहां भी बिजली, पानी व सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं का इंतजाम अब तक नहीं हो सका है। अब इन्हीं खण्डहर वाले इमारत के सामने फिर से पीएम आवास बनाए जा रहे हैं।
वर्तमान में बन रहे ट्रिपल स्टोरी 132 पीएम आवास
वर्तमान में लाटा के अटल आवास के समक्ष 132 पीएम आवास बनाए जा रहे हैं। जोकि ट्रिपल स्टोरी बिल्डिंग में तब्दील हो जाएंगे। निर्माण काफी तेजी से चल रहा है। सरकारी द्वारा 2019 में ही इनका आबंटन किया जाना है। इस स्थल के अलावा तीन और स्थानों पर भी आस-पास के क्षेत्रों में पीएम आवास का निर्माण किया जा रहा है।
राजस्व विभाग के अफसरों ने नहीं की समीक्षा
सरकारी भूमि का समूचा लेखा-जोखा राजस्व विभाग के अफसर रखते हैं। जब लाटा में अटल आवास बने इस स्थल चयन से लेकर, पीएम आवास और शराब दुकान के स्थल चयन में संभवत: अलग-अलग अफसरों ने भूमिका अदा रही है। लेकिन किसी ने भी स्थलों का निरीक्षण कर यह जानने का प्रयास नहीं किया कि जहां निर्माण होना है। वहां किसी तरह की दिक्कतें भविष्य में पैदा हो सकती है।
-पीएम आवास के लिए स्थल का चयन काफी पहले किया गया था। बाद में शराब दुकान को इसके सामने शिफ्ट किया गया है। भविष्य में परेशानी होने पर शराब दुकान को कहीं और शिफ्ट कर दिया जाएगा। इसी स्थान के सामने लगभग 15 साल पहले अटल आवास भी बने थे। वर्तमान में कई मकान खण्डहर तो हो चुके हैं।
-ग्यास अहमद, कार्यपालन अभियंता, संपदा शाखा