एसईसीएल के पास 67 कोयला खदानें
एसईसीएल ने लगभग 21 खुली खदानों से 169 मिलियन टन तथा लगभग 46 भूमिगत खदानों से 13 मिलियन टन वार्षिक उत्पादन की योजना बनाई है।
अंबिका खदानों को चालू की योजना
कंपनी ने वित्तीय वर्ष के दौरान 3 नई परियोजनाओं के विकास पर जोर देगी। इसमें रामपुर बटुरा ओपनकास्ट, कोरबा जिले में पाली के पास स्थित अम्बिका ओपनकास्ट तथा केतकी अंडर ग्राउंड खदान शामिल है।
वित्तीय वर्ष में इन्फ्रास्ट्रक्चर सहित विभिन्न क्षेत्रों में पंूजीगत निवेश के लिए 5200 करोड़ का केपिटल बजट अनुमोदित किया गया है। इसमें रेल कॉरीडोर परियोजनाओं के विकास के लिए 1800 करोड़ का पूंजीगत व्यय शामिल है। इसमें कोरबा जिले में स्थित कंपनी की तीन मेगा प्रोजेक्ट में फस्ट माइल कनेक्टिविटी (एफएमसी) परियोजना को विकसित करने की योजना है। ताकि रैपिड लोडिंग सिस्टम तथा साइलों के माध्यम से कोयला लोडिंग करके बाहर भेजा जा सके।
लक्ष्य से पिछड़ गई कंपनी
वित्तीय वर्ष २०२१- २२ में एसईसीएल ने कोयला खदानों से १७२ मिलियन टन खनन का लक्ष्य निर्धारित किया था। लेकिन ३१ मार्च, २०२२ तक कंपनी लगभग १४२ मिलियन टन कोयला खनन कर सकी है। लगातार दो वित्तीय वर्ष से कंपनी लक्ष्य के अनुसार कोयला खनन नहीं कर रही है।
155 मिलियन टन कोयले का डिस्पेच
31 मार्च 2022 को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में कंपनी ने कोरोना काल की चुनौतियों के बीच 155.71 मिलियन टन कोयला उपभोक्ताओं को प्रेषित किया है। यह डिस्पेच पिछले वित्तीय वर्ष से लगभग 17 मिलियन टन (लगभग 12 प्रतिशत वृद्धि) अधिक है। इस वर्ष पावर सेक्टर 129.29 मिलियन टन कोयला उपलब्ध कराया गया जो कि ऐतिहासिक है। गत वित्तीय वर्ष अप्रत्याशित मानसून तथा कोरोना की दूसरी लहर की चुनौतियों के बीच भी कम्पनी 142.51 मिलियन टन उत्पादन दर्ज करने में सफल रही थी।