आम लोगों में यातायात नियमों को लेकर जागरूकता जगाने के उदद्ेश्य से हर साल ट्रैफिक पुलिस द्वारा सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया जाता है। पुलिस द्वारा मंगलवार से 29वांं सड़क सुरक्षा सप्ताह का शुभारंभ किया गया। चौक-चौराहों से गुजरने वाले ऐसे बाइक और कार चालक जो तीन सवारी, बगैर हेलमेट, फोन पर बात करते हुए, जेब्रा क्रासिंग पर नियम तोडऩे वाले, बगैर सीट बेल्ट पहने या फिर ओवरलोड वाहन चालकों को समझाइश दी जा रही है। शराब के नशे में चलने वाले चालकों को फटकार लगाई जा रही है।
लेकिन खुद पुलिस के जवान शहर के मुख्य मार्गों पर नियम तोड़ते आसानी से नजर आ जाते हैं। मंगलवार को भी ऐसी ही स्थिति रही। सीएसईबी चौक, एसपी कार्यालय, कलेक्ट्रोरेट और कोर्ट परिसर के सामने से गुजर रहे कई जवान नियम तोड़ते साफ दिखे।
महकमे के जवानों पर नहीं होती कार्रवाई
महकमे के जवानों पर नहीं होती कार्रवाई
ट्रैफिक पुलिस द्वारा आम लोगों को नियम तोडऩे पर चालान की कार्रवाई करती है। लेकिन खुद के महकमे के जवान बड़े ही आसानी से चौक-चौराहों से गुजर जाते हैं। यहां तक की उनको रोका तक नहीं जाता। ऐसे मेंं पुलिस की कार्रवाई पर भेदभाव का आरोप लगना लाजिमी है।
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ओडीएफ टीम ने लिया शौचालयों का जायजा
कोरबा. रायपुर से पहुंची ओडीएफ की टीम मंगलवार को कोरबा शहर पहुंची। जहां टीम ने शौचालयों की स्थिति का जायजा लिया। गौरतलब है कि कोरबा शहर को ओडीएफ घोषित कर दिया गया है। लेकिन अब भी इसकी उपयोगिता को लेकर सवाल उठ रहा है। लोग खुले में अब भी शौच के लिए जाते हैं। दो सदस्यीय टीम ने कोरबा जोन, टीपीनगर व कोसाबाड़ी जोन के वार्डों का जायजा लिया।
कोरबा. रायपुर से पहुंची ओडीएफ की टीम मंगलवार को कोरबा शहर पहुंची। जहां टीम ने शौचालयों की स्थिति का जायजा लिया। गौरतलब है कि कोरबा शहर को ओडीएफ घोषित कर दिया गया है। लेकिन अब भी इसकी उपयोगिता को लेकर सवाल उठ रहा है। लोग खुले में अब भी शौच के लिए जाते हैं। दो सदस्यीय टीम ने कोरबा जोन, टीपीनगर व कोसाबाड़ी जोन के वार्डों का जायजा लिया।