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गांव में निर्विरोध सरपंच बनाया फिर भी ना विकास हुआ ना ही मिली अतिरिक्त राशि

locationकोरबाPublished: Aug 13, 2019 08:40:56 pm

Submitted by:

Vasudev Yadav

मामला ग्राम पंचायत जोरहाडबरी का, सचिव को भी हटाने की मांग
 

मामला ग्राम पंचायत जोरहाडबरी का, सचिव को भी हटाने की मांग

गांव में निर्विरोध सरपंच बनाया फिर भी ना विकास हुआ ना ही मिली अतिरिक्त राशि

कोरबा. जोरहाडबरी के ग्रमीण गांव के विकास से संतुष्ट नहीं है। उनका कहना है कि साढ़े चार वर्ष पूर्व पंचायत चुनाव में हमें अफसरों ने बताया था कि यदि गांव के सरपंच का निर्वाचन निर्विरोध होता है, तब विकासकार्यों के लिए अतिरिक्त साढ़े पांच लाख रुपए मिलेंगे। अब पंचवर्षीय कार्यकाल समाप्त होने वाला है। ना तो अतिरिक्त राशि मिली है ना ही गांव का विकास ही हुआ है।
ग्रामीणों ने सरपंच और सचिव की कार्यशैली के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। गांव के सचिव रामसेवक पैंकरा को हटाने के लिए ग्रामवासियों ने कलेक्टर को आवेदन लिखा है। जोरहाडबरी पाली विकासखण्ंड के अंतर्गत आता है। जहां किए गए विकायकार्यों से ग्रामीणों में असंतोष है। ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि जोरहाडबरी के सचिव द्वारा ग्रामीणों की बात नहीं सुनी जाती। पानी निकासी के लिए नाली का निर्माण तक नहीं हो सका है। बरसात में इस गांव में चलना तक मुश्किल हो जाता है। सूचना के अधिकार के तहत जब भी जानकानी मांगी जाती है, तब आवेदन को गंभीरता नहीं लिया जाता। जानकारी नहीं दी जाती।
किया जाता है भेदभाव
प्रकाश रात्रे, मनीराम आदि ने बताया कि जोरहाडबरी अनुसूचित जाति बहुल्य गांव है। लेकिन किसी भी कार्य में ग्रामीणों को प्राथमिकता नहीं दी जाती। पीएम आवास के तहत शासन से स्वीकृत मकानों के लिए भी भेदभाव किया जाता है। सचिव द्वारा चहेतों को ही लाभ पहुंचाया जाता है। जबकि जरूरतमंद लोगों तक सरकार की योजना नहीं पहुचं रही है। इसलिए हमने सचिव रामसेवक राठौर के अन्यत्र स्थानांतरण कि मांग की है।
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