इस बीच शनिवार की सुबह लगभग 6.30 बजे महावीर और विक्की वॉर्डन को चकमा देकर आश्रय गृह से भाग गए। अपने साथ आश्रय गृह से एक साइकिल भी ले गए। लेकिन इसकी जानकारी वॉर्डन को नहीं हुई। शनिवार देर रात तक दोनों लड़के आश्रय गृह नहीं पहुंचे। तब खोजीबीन शुरू की गई।
पता चला है कि विक्की अपने दादी के घर भिलाई बाजार पहुंच गया है। जबकि महावीर के बारे में जानकारी नहीं मिली। घटना को लेकर विक्की से पूछताछ की गई। पता चला कि दोनों लड़के आश्रय गृह से भागने के बाद शिवनगर रुमगरा के पास हसदेव बायीं तट नहर में स्नान कर रहे थे। इस दौरान दोनों लड़के तेज धारा में बह गए। विक्की तैरकर बाहर निकाल गया। जबकि महावीर को बचाया नहीं जा सका। विक्की के सामने ही महावीर नहर की पानी में बह गया। घटना का एक प्रत्यक्षदर्शी भी पुलिस को मिल गया है। पुलिस लड़के की तलाश कर रही है।
जिस स्थान पर घटना हुई वहां पानी को रोकना मुश्किल
बताया जाता है कि शिवनगर में जिस स्थान पर घटना हुई है, वहां पानी का बहाव हमेशा रहता है। यह स्थान बरॉज के पास है। बरॉज का पानी नहर में बहता रहता है। हालांकि रविवार होने से पुलिस ने नहर में पानी का बहाव कम कराने के लिए किसी से सम्पर्क नहीं किया है। बताया गया है कि सोमवार को पुलिस जल संसाधन विभाग से सम्पर्क करके पानी के बहाव को कम कराएगी। पुलिस का कहना है कि नहर में झाड़ियां भी अधिक है। इसमें लापता लड़के की तलाश की जा रही है।
घुमंतू लड़कों के लिए आश्रय गृह
बताया जाता है कि घुमंतू लड़कों को समाज की मुख्यधारा से जोड़कर रखने के लिए आश्रय गृह लाया जाता है। यहां बच्चों की पढ़ाई लिखाई की व्यवस्था की जाती है। उन्हें घर जैसा माहौल उपलब्घ कराया जाता है। आश्रय गृह में अक्सर अनाथ या आर्थिक तौर पर बेहद कमजोर बच्चों को रखा जाता है।