– गैर शिक्षकीय कार्य में लगे शिक्षकों को कार्यमुक्त करने का प्रस्ताव भी पारित
Video- आचार संहिता के पहले जिला पंचायत में पांच घंटे चली दो बैठकें, गलत जानकारी के लिए पीएचई को फटकार
कोरबा. लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता प्रभावशील होने के पहले जिला पंचायत में सामान्य सभा और सामान्य प्रशासन समिति की दो बैठकों का एक ही दिन आयोजित की गई। दोनो मैराथन बैठक पांच घंटों तक चली जिसमें कई मुद्दों पर चर्चा हुई। गलत जानकारी देने वाले अफसरों को फटकार के साथ ही पक्ष व विपक्ष के मध्य नोंक-झोंक के बीच कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर भी सहमति बनी।
जिला पंचायत में सामान्य सभा की बैठक में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, कृषि, शिक्षा, मरनेगा नरवा गरूवा घुरूवा एवं बाड़ी विकाय योजना, गौण खनिज अंतर्गत हुए कार्यों की जनपदवार समीक्षा की गई। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष देवी सिंह टेकाम, उपाध्यक्ष अजय जायसवाल, समस्त सदस्य, जनपदों के अध्यक्ष, जिला पंचायत सीईओ इंद्रजीत चंद्रवाल सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। सामान्य सभा की बैठक दोपहर एक बजे शुरू हुई। जिसमें सबसे पहले ग्राम पंचायतों में समाज कल्याण विभाग द्वारा विभिन्न तरह की पेंशन योजनाओं के क्रियांवयन में अनियमिताता पर चर्चा की गई।
हितग्राहियों को समय पर पेंशन नहीं मिलने का मुद्दा जिले में लंबे समय से सुर्खियों में है। जिसे लेकर सदस्यों ने भी नाराजगी जाहिर की। लेकिन समाज कल्याण विभाग की उपसंचालक श्रद्धा मैथ्यू के स्थानांतरण के बाद उनके स्थान पर नए अधिकारी ने पदभार ग्रहण नहीं किया। जिसके कारण समाज कल्याण विभाग को अगली बार पूरी जानकारी के साथ बैठक में उपस्थित होने की समझाईश दी गई। जनपद के जनप्रतिनिधियों को भी पेंशन वितरण के प्रति गंभीरता बरतने को कहा गया।
पीएचई के अधिकारी को मौके पर जाकर सत्यापन करने के निर्देश सामान्य सभा की बैठक में पीएचई के अफसरों से सभा ने पूछा कि जिले में ९७ नल जल योजनाओं में से कितनी योजनाएं वर्तमान में चालू हैं? विभाग द्वारा ६० योजनाओं के वर्तमान में चालू होने की जानकारी प्रदान की गई। जिससे सदस्यों ने असहमति जाहिर करते हुए गलत जानकारी देने की बात कही। अध्यक्ष द्वारा विभाग को मौका मुआयना करने की बात कही गई है, निरीक्षण के दौरान जनप्रतिनिधियों को साथ ले जाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही कटघोरा व चोटिया जल आवर्धन योजनाओं को भी शीघ्र चालू करने के निर्देश दिए गए। फ्लोराईड प्रभावित ग्रामों में फ्लोराईड रिमूवल प्लांट लगाने के साथ ही गर्मी से पहले जिले में पेयजल की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
कितनी फसल पैदा हुई कृषि विभाग नहीं बता सका आंकड़े सामान्य सभा में कृषि विभाग द्वारा कोदो, कुटकी, दलहन, तिलहन फसलों के बीज वितरण किए जाने की जानकारी दी गई। लेकिन जिले के किसानों के द्वारा कितनी फसल पैदा की गई। इसकी जानकारी मांगे जाने पर अफसरों ने चुप्पी साध ली।