Breaking: कांग्रेस प्रत्याशियों की सूची जारी, जानें किस वार्ड से किसको मिली टिकटग्रामीणों का विरोध देखकर कंपनी ने समतलीकरण के काम को बंद कर दिया। मशीनों को बाहर कर लिया। ग्रामीणों ने बताया कि गेवरा खदान के विस्तार के लिए एसईसीएल ने ग्राम भठोरा की लगभग 369 एकड़ जमीन अधिग्रहित किया हैै। भूमि अधिग्रहण से पहले एसईसीएल ने खदान से प्रभावित होने वालों को पुनर्वास और रोजगार उपलब्ध कराने का वादा किया था। ग्रामीणों के खाते में लगभग 140 नौकरियां आई थी। प्रबंधन ने कुछ लोगों को नौकरी दिया, लेकिन ग्रामीणों के पुनर्वास की समस्या का समाधान अभी तक नहीं हुआ है।
पार्टी ने 67 में 13 वर्तमान व 9 पूर्व पार्षद पर फिर जताया भरोसा, टिकट नहीं मिलने से क्षुब्ध एक कार्यकर्ता ने अपने आप को कमरे में किया बंद, फिर… छोटे खातेदारों को रोजगार भी उपलब्ध नहीं कराया गया है। इससे ग्रामीणों ने नाराजगी है। ग्रामीणों ने बताया कि जबतक प्रबंधन की ओर से भूविस्थापित परिवारों को पुनर्वास और छोटे खातेदारों को रोजगार मुहैया नहीं कराई जाती है, तब तक विरोध जारी रहेगा। एसईसीएल गेवरा के प्रबंधन को ग्राम भठोरा में काम नहीं करने दिया जाएगा।