पुलिस मामले की जांच कर रही थी। नियाज पर आरोप गंभीर थे, लेकिन पुलिस उसकी गिरफ्तारी नहीं कर रही थी। इसे लेकर आयशा कई बार रामपुर चौकी और विभाग के आला अधिकारियों के पास चक्कर काट रही थी। मंगलवार को पुलिस ने नियाज को पकड़ लिया। इसकी सूचना आयशा को हुई। वह अपनी बुआ के साथ रामपुर चौकी पहुंची। चौकी प्रभारी राजेश चन्द्रवंशी नहीं मिले। तब आयशा अपनी बुआ के साथ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उदय किरण से मिलने पहुंची। घटना की जानकारी देने पर एएसपी ने रामपुर चौकी प्रभारी को फोन कर जानकारी ली।
मामले की पूछताछ के लिए रामपुर चौकी से नियाज खान को भी एएसपी दफ्तर बुलाया। एएसपी उदय किरण अपने कमरे में आयशा और नियाज खान से घटना को लेकर पूछताछ कर रहे थे। नियाज ने अपनी पत्नी आयशा को १० साल पहले ही तलाक देना एएसपी को बताया। आयशा से झूठा करार दिया। इसे लेकर दोनों के बीच तेज आवाज में बातें होने लगी।
एटीएम क्लोनिंग कर 3.40 लाख की ठगी करने वाले गिरोह को पुलिस ने रांची और गया से पकड़ा, एक सीबीआई का आरक्षक भी शामिल रामपुर चौकी प्रभारी राजेश चन्द्रवंशी ने आयशा और नियाज को एक-एक कर बताने के लिए कहा। इस बीच एएसपी के मोबाइल पर किसी का कॉल आया। उन्होंने नियाज और आयशा को कमरे के बाहर बैठने के लिए कहा। इस बीच आयशा ने अपनी मोबाइल बुआ को थमाते बाहर निकल गई। उसने एएसपी दफ्तर के बाहर चूहा मार दवा खा लिया। परिसर में हड़कंप मच गया। महिला को आनन फानन में जिला अस्पताल पहुंचाया गया। घटना की जानकारी मिलते ही कोतवाली थानेदार दुर्गेश शर्मा, कुसमुंडा थानेदार सहित अन्य स्टॉफ मौके पर पहुंचे।