तत्कालीन महापौर के डोमरु रेड्ड़ी ने 17 अक्टूबर 2015 को कोयला राज्य मंत्री के निज सचिव को पत्र लिखकर लीज की बेकार पड़ी जमीन को लौटाने मांग रखी थी। मामले में कोयला मंत्रालय भारत सरकार के अवर सचिव सुचित कुमार ने 30 अक्टूबर 2015 को एसइसीएल सीएमडी बिलासपुर को पत्र लिखा था।
जानकारी के अनुसार एसइसीएल चिरमिरी ने अगस्त 2019 को कलक्टर को रिपोर्ट सौंपी थी। जिसमें उल्लेख है कि एसइसीएल चिरमिरी कुरासिया के-2 रकबा 5.046 हेक्टेयर, के-5 रकबा 4.780 हेक्टेयर जमीन वन विभाग छत्तीसगढ़ को हस्तांतरित किया जा सकता है।
एसइसीएल के पत्र में यह था उल्लेख
-कोल वियरिंग एरिया एक्ट 1957-अधिग्रहित भूमि समर्पण करने चिह्नित है। जिसे कोयला मंत्रालय के अनुमोदन एक्ट में आवश्यक संशोधन के बिना किसी अन्य उपयोग के लिए हस्तांतरित नहीं किया जा सकता है। क्योंकि एक्ट में शासन या किसी अन्य एजेंसी को भूमि के हस्तांतरण करने कोई प्रावधान नहीं है।
– यह कार्रवाई वन संरक्षण अधिनियम 1980 एवं उसके अधीन नियमों के विभिन्न प्रावधान, पर्यावरण मंत्रालय द्वारा प्रदान की गई है। प्रथम चरण स्वीकृति एवं प्रत्याशित अंतिम चरण स्वीकृति में अधिरोपित शर्तों के तहत किया जाना उचित होगा।
-भूमि समर्पण/हस्तांतरण की स्थिति में भूमि व उस पर स्थित संपत्ति के रूप में कंपनी की निवेशित पंजी की वसूली अथवा समर्पण मूल्य के संबंध में एसइसीएल/सीआइएल की नीतिगत निर्णय अपेक्षित है।
वर्ष 2016 में गठित हुई थी कमेटी
-अमृत लाल धु्रव, तत्कालीन एसडीएम खडग़वां-चिरमिरी।
-मीनाक्षी साहू, तत्कालीन खनिज अधिकारी बैकुंठपुर।
-रुपेश सिंह, तत्कालीन तहसीलदार बैकुंठपुर।
-घनश्याम तंवर, तत्कालीन तहसीलदार खडग़वां।
इस कारण 102 करोड़ के 2262 आवास प्रोजेक्ट लापता!
पूर्व महापौर के डोमरु रेड्डी ने बताया कि मेरे महापौर कार्यकाल में जिनके पास खुद की जमीन नहीं थी। उनके लिए राज्य सरकार के मंत्री, सचिव व डायरेक्टर तक दौड़ भाग कर अपना पक्ष रखा था। मामले में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 2262 आवास बनाने तत्कालीन कलक्टर नरेन्द्र दुग्गा से 20 एकड़ जमीन आवंटन और 102 करोड़ की स्वीकृति कराई थी।
294 हेक्टेयर भूमि अनुपयोगी
सरगुजा विकास प्राधिकरण की बैठक में एसइसीएल चिरमिरी की अनुपयोगी जमीन को वापस राज्य शासन को देने को लेकर एक पहल की गई है। इसमें 294 हेक्टेयर अनुपयोगी भूमि चिह्नित की गई थी।
के डोमरु रेड्डी, पूर्व महापौर चिरमिरी
अभी जानकारी नहीं
लीज की जमीन वापस करने के संबंध में विभागीय अधिकारी से जानकारी लेकर बेहतर बता पाउंगा।
घनश्याम सिंह, सीजीएम एसइसीएल चिरमिरी By Yogesh Chandra/Ayub Ansari