इस दौरान मेडिकल बोर्ड के मेंबर्स कंफ्यूज हो गए। क्योंकि चुनाव में ड्यूटी नहीं लगाने की अर्जी में पत्नी की डिलीवरी, पिता पैरालिसिस से ग्रसित सहित अन्य प्रकार का बहाना बनाया गया है। जबकि आवेदन में उल्लेख किए गए बीमार व्यक्ति को छोड़ा गया था।
आगामी लोकसभा चुनाव 2019 में होने वाले में ड्यूटी नहीं लगाने के लिए 75 अधिकारी-कर्मचारियों ने आवेदन प्रस्तुत किया है। इसमें किसी ने पत्नी की डिलीवरी, पिता को पैरालिसिस, ब्लड प्रेशर हाई, शुगर की बीमारी, आंख से कम दिखाई देना, चलने में परेशानी होना सहित अन्य कारणों का उल्लेख किया गया है।
मामले में जिला निर्वाचन शाखा ने जिला अस्पताल में दो दिवसीय विशेष शिविर लगाकर आवेदन प्रस्तुत करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों को जिला मेडिकल बोर्ड से सेहत की जांच कराने कहा है। स्वास्थ्य परीक्षण शिविर के पहले दिन बड़ी संख्या में अधिकारी-कर्मचारी पहुंचे और फार्म भरकर कार्यालय में जमा किया।
इस दौरान मेडिकल बोर्ड के मेंबर्स कंफ्यूज हो गए और एक-दूसरे का चेहरा देखने लगे। क्योंकि मेडिकल बोर्ड में बीमार व्यक्ति का स्वास्थ्य परीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं, जबकि मेडिकल बोर्ड के सामने स्वस्थ अधिकारी-कर्मचारी पहुंचे थे। आवेदन में चुनाव ड्यूटी नहीं लगाने का कारण अलग-अलग बताया गया।
रायपुर की तर्ज पर अनिवार्य सेवानिवृत्ति देने बड़ी कार्रवाई की चर्चा
कुछ दिन पहले चुनाव ड्यूटी से बचने कुछ शिक्षकों ने बीमारी सहित अन्य कारण बताकर आवेदन दिया था। इस पर रायपुर कलक्टर ने संबंधित विभाग प्रमुख को आवेदन देने वाले शिक्षकों के खिलाफ अनिवार्य सेवानिवृत्त करने का आदेश दिया गया था।
इसमें छत्तीसगढ़ सामान्य प्रशासन विभाग मंत्रालय महानदी भवन रायपुर के आदेश का हवाला देकर 50 वर्ष की आयु अथवा २० वर्ष की सेवा पूरी करने पर शासकीय सेवकों के अभिलेखों की छानबीन कर अनिवार्य सेवानिवृत्ति के निर्देश दिए गए थे। मामले में कोरिया जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा रायपुर के तर्ज पर अनिवार्य सेवानिवृत्त करने बड़ी कार्रवाई हो सकती है।
मेडिकल बोर्ड से स्वास्थ्य परीक्षण कर रिपोर्ट मांगी
जिला निर्वाचन अधिकारी ने जिला मेडिकल बोर्ड को 75 अधिकारी-कर्मचारियों की सूची भेजी है और दो दिवसीय विशेष शिविर लगाकर स्वास्थ्य परीक्षण कर रिपोर्ट मांगी है। मेडिकल रिपोर्ट की एक कॉपी जिला निर्वाचन शाखा, जिला पंचायत सीइओ को प्रस्तुत करने कहा गया है।
मेडिकल बोर्ड से रिपोर्ट मिलने के बाद चुनाव ड्यूटी से बचने बहाना बनाने वाले अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हो सकती है। चुनाव ड्यूटी से छुट्टी की अर्जी लगाने वालों में पीठासीन अधिकारी, मतदान अधिकारी क्रमांक 1, 2, 3 शामिल हैं।