जल जीवन मिशन: 34.91 करोड़ का वर्क ऑर्डर, पग पग पर गड़बड़झाला, निर्माण सामग्री में डण्डी मारने की होड़ लगी
२८९८ स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्रों में रनिंग वाटर कार्य में मनमानी का मामला, आंगनबाड़ी केंद्रों व स्कूलों में पेयजल मुहैय्या कराया जाना है, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने जिला पंचायत को कार्य सौंपा है।
कोरीया
Published: May 01, 2022 08:18:04 pm
बैकुंठपुर। केंद्र सरकार की जल जीवन मिशन के तहत स्वीकृत रनिंग वाटर कार्य में पग पग पर गड़बड़झाला और घटिया सामग्री लगाकर डण्डी मारने की होड़ लगी है। कोरिया के २८९८ आंगनबाड़ी केंद्र व प्राइमरी-मिडिल स्कूलों में पेयजल उपलब्ध कराने करीब ३४.४७ करोड़ की मंजूरी मिली है। लेकिन मॉनिटरिंग नहीं होने से ठेकेदार अपनी मर्जी से जैसे-तैसे निर्माण कराने में भिड़ा हुआ है।
जानकारी के अनुसार जल जीवन मिशन के तहत २८९८ स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्रों का चयन किया गया है। जिसमें १५०२ आंगनबाड़ी केंद्र व १३९६ प्राइमरी-मिडिल स्कूल शामिल हैं। चयनित शिक्षण संस्थानों की छत पर सिंटैक्स(प्लास्टिक टंकी) लगाकर पाइपलाइन के सहारे नल से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाना है। लेकिन क्रियांवयन की लापरवाही के कारण ठेकेदार जैसे-तैसे अपनी मर्जी के हिसाब से काम करा रहा है। इस्टीमेट में प्रत्येक स्कूल २ हजार लीटर की क्षमता वाली टंकी या १-१ हजार लीटर की दो टंकी लगाई जानी है। लेकिन ठेकेदार सिर्फ एक हजार लीटर वाली टंकी लगाई है। जबकि एक स्कूल में कार्य की लागत १.३६ लाख है। वहीं प्लास्टिक टंकी लगाने व पाइपलाइन-नल फिटिंग व सबमर्सिबल पंप लगाने ४९९१३ रुपए बजट का प्रावधान है। फिलहाल अधिकांश शिक्षण संस्थानों में टंकी सहित अन्य कार्य कराने के बाद ठेकेदार चला गया है।
एक आंगनबाड़ी में १ लाख ६ हजार की लागत से कार्य कराया जाना है
जानकारी के अनुसार जल जीवन मिशन के तहत एक आंगनबाड़ी केंद्र में १ लाख ६ हजार की लागत से कार्य कराया जाना है। जिले के १५०२ आंगनबाड़ी केंद्रों में करीब १५.९२ करोड़ की लागत से शुरू पेयजल उपलब्ध कराया जाना है। आंगनबाड़ी केंद्र की छत पर एक हजार लीटर वाली सिंटैक्स(प्लास्टिक टंकी) लगानी है। लेकिन क्रियांवयन एजेंसी की मॉनिटरिंग नहीं होने के कारण ठेकेदार ५०० लीटर की टंकी लगाई औ नल फिटिंग कराने के बाद निकल लिया है।
एक्सपर्ट का अनुमान: स्कूल में ८० हजार और आंगनबाड़ी में ६० हजार तक कार्य हुआ होगा
जानकारी के अनुसार एक्सपर्ट के अनुमान हिसाब से एक स्कूल भवन में ८० हजार और एक आंगनबाड़ी भवन में ६० हजार तक कार्य की लागत आई होगी। हालाकि सिंटैक्स टंकी की क्षमता, लेयर, पाइप फिटिंग की गुणवत्ता, एमएम साइज का सही मूल्यांकन करने के बाद सही लागत निकाल पाएगा। वहीं दूसरी ओर ब्लॉक स्तर पर कार्य करने वाले सब इंजीनियर व तकनीकी टीम पर पूरे बजट का मूल्यांकन कराने का दबाव डालने की चर्चाएं होने लगी है।
इतने में टंकी व पाइप बिछनी है
आंगनबाड़ी केंद्र १५०२ १५.९२ करोड़
प्राइमरी-मिडिल स्कूल १३९६ १८.९९ करोड़
जिले में १५०२ आंगनबाड़ी व १३९६ स्कूलों में जल जीवन मिशन से पेयजल उपलब्ध कराने स्वीकृति मिली है। एक आंगनबाड़ी में १.०६ लाख और एक स्कूल में १.३६ लाख लागत है। जिला पंचायत के माध्यम से कार्य कराया जा रहा है। मूल्यांकन के बाद उसका भुगतान किया जाएगा।
एसबी सिंह, ईई लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग कोरिया

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