प्रैक्टिकल इंस्ट्रक्टर बने collector, गार्डन में हिन्दी के सवाल का जवाब ढूंढा
कोरीयाPublished: Sep 22, 2022 06:54:25 pm
कलक्टर शर्मा ने आदिवासी कन्या आश्रम सोनहत में छात्राओं से मुलाकात करने पहुंचे।


प्रैक्टिकल इंस्ट्रक्टर बने collector, गार्डन में हिन्दी के सवाल का जवाब ढूंढा,प्रैक्टिकल इंस्ट्रक्टर बने collector, गार्डन में हिन्दी के सवाल का जवाब ढूंढा,प्रैक्टिकल इंस्ट्रक्टर बने collector, गार्डन में हिन्दी के सवाल का जवाब ढूंढा
बैकुंठपुर। कलक्टर कुलदीप शर्मा ने प्रैक्टिकल इंस्ट्रक्टर के रूप में स्टूडेंट्स के साथ गार्डन में हिन्दी विषय के सवाल के जवाब ढूंढा।
कलक्टर शर्मा ने आदिवासी कन्या आश्रम सोनहत में छात्राओं से मुलाकात करने पहुंचे। इस दौरान आश्रम में पढ़ाई और आवासीय सुविधाओं का जायजा लिया। वहीं कक्षा 5वीं में छात्राओं से हिंदी के पाठ पर सवाल पूछे। श्रम के आरती... नामक छत्तीसगढ़ी कविता पर कलक्टर ने बच्चियों से चर्चा कर उन्हें हिंदी कविता का प्रैक्टिकल कराया। बच्चों को कक्षा के बाहर गार्डन में ले गए। कलक्टर ने बच्चियों को भुइंया कइसे हरिया जाथे... सवाल पर विस्तार से समझाया। कि जमीन को खोदकर बीज, खाद और पानी देने से भूमि हरी-भरी हो जाती है। कलक्टर की मौजूदगी में बच्चियों ने कविता के जरिए भुइंया के हरिया जाने का राज जाना। उसके बाद कक्षा 5वीं की छात्रा आकृति ने छत्तीसगढ़ी में बताया कि कुदाली, फावड़ा चलाकर खाद, बीज व पानी से भूमि में हरियाली आती है। छात्राओं को समझाया गया कि इसी तरह पाठ को समझ कर उदाहरण के साथ पढऩे से जल्दी एवं बेहतर तरीके से पाठ समझ आते हैं। कलक्टर ने बच्ची की त्वरित समझ पर सराहना की और बेहतर पढ़ाई करने सभी छात्राओं को प्रोत्साहित किया। इस दौरान सीइओ कुणाल दुदावत सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
11वीं के बच्चों से नमक का दरोगा, तो 7वीं में दशमलव पर क्लास ली
कलक्टर शर्मा ने सोनहत स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी विद्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान विद्यालय में बच्चों के खेल-कूद और अधोसंरचना का जायजा लिया। वहीं 11वीं में छात्र-छात्राओं से मुलाकात कर पढ़ाई को लेकर फीडबैक लिया। इसी बीच हिंदी की कहानी नमक का दारोगा...पढ़ते बच्चों से कहानी से जुड़े अलग सवाल पूछे। बच्चों ने उत्साह से जवाब दिया। कलक्टर ने 7वीं में बच्चों से मुलाकात की। इस दौरान गणित की क्लास चल रही थी। जिसमें दशमलव के सवाल हल किए जा रहे थे। जिसमें कलक्टर ने शिक्षक बन और बच्चों से सवाल हल करने कहा। छात्रा श्वेता ने सबसे पहले सवाल को सही हल कर दिखाया। कलेक्टर ने छात्रा की सराहना की और बेहतर पढ़ाई करने बच्चों को प्रोत्साहित किया।