उन्होंने यहां माता-पिता को शव सौंपा तो चेहरा देखकर वे बोले- ये हमारे बेटे का शव नहीं है। इससे वहां असहज स्थिति निर्मित हो गई। देर शाम तक बीएसएफ के अधिकारी, पुलिस, परिजन व ग्रामीणों की उपस्थिति इस बात को लेकर बैठक जारी रही।
कोरिया जिले के मनेंद्रगढ़ से लगे ग्राम पेंड्री निवासी तीरथ सिंह पिता उदयभान सिंह 29 वर्ष पश्चिम बंगाल में बीएसएफ जवान था। उसने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। पश्चिम बंगाल से उसका शव लेकर बीएसएफ के अधिकारी व जवान बुधवार को उसके गृहग्राम पहुंचे।
यहां उन्होंने उसके माता-पिता व अन्य परिजनों को उसका शव सौंपा। जब माता-पिता ने उसका चेहरा देखा तो बोले यह हमारे बेटा नहीं है। उन्होंने शव को पहचानने से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि उनके बेटे के शरीर पर टैटू और अन्य कई निशान थे, वे दिखाई नहीं दे रहे हैं।
चल रही बैठक
माता-पिता द्वारा शव पहचानने से इनकार करने पर वहां असहज स्थिति निर्मित हो गई। बीएसएफ, पुलिस अधिकारी, परिजन व ग्रामीणों की मौजूदगी में बैठक चल रही है। यहां बीएसएफ द्वारा परिजनों को यह समझाइश दी जा रही है कि शव उसके बेटे तीरथ का ही है।