जब बिटिया 18 साल की तथा 12वीं पास हो जाएगी तो बांड के बदले उसे 1 लाख रुपए की हकदार हो जाएगी। ये रुपए आगे चलकर बेटियों की शिक्षा-दीक्षा में काम आएंगे। कोरिया जिले के भरतपुर विकासखंड के ग्राम मन्नौड़ में आयोजित जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर में नोनी सुरक्षा योजना के तहत औपचारिक रूप से ऐसी 5 बेटियों के अभिभावकों को 1-1 लाख रुपए के बांड पत्र विधायक द्वारा वितरित किए गए। वहीं लोगों की समस्याएं भी सुनी गईं।
इस संबंध में महिला बाल विकास विभाग के डीपीओ सीएस सिसोदिया ने बताया कि पिछले 2 वर्ष में नोनी सुरक्षा योजना के तहत 1650 बालिकाओं को लाभ दिया गया है। इस योजना के अनुसार बालिकाओं की उम्र 18 वर्ष पूरा होने पर पात्रता अनुसार 16.50 करोड़ रुपए का लाभ मिलेगा।
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा चलाई जा रही इस योजना का उद्देश्य राज्य में बेटियों की शिक्षा और स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार करना है। इससे बच्चियों के अच्छे भविष्य के लिए नींव रखने में मदद मिलेगी। नोनी सुरक्षा योजना के माध्यम से सरकार को बाल विवाह या बल पूर्वक विवाह की रोकथाम में भी मदद मिलेगी।
योजना के तहत 1 अप्रैल 2014 के बाद जन्म लेने वाली बेटियां शामिल हो सकती हैं। उसके माता-पिता, अभिभावक छत्तीसगढ़ के मूल निवासी और गरीबी रेखा से नीचे जीवन-यापन करने वाले होने चाहिए। जिला स्तरीय जनचौपाल कार्यक्रम में अन्नु, प्रतिमा, वंदना, रवीना, अनीता, कमलेश्वरी के नाम से माता-पिता को बांड पत्र वितरण किया गया।
सविप्रा उपाध्यक्ष ने दी ये जानकारी
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सविप्रा उपाध्यक्ष गुलाब कमरो ने जनकपुर में सर्जन, एनेस्थिसिया चिकित्सक के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। शिविर में छोटे बच्चों को खीर खिलाकर अन्नप्राशन एवं हेलमेट पहनने वाले दो पहिया वाहन चालकों को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य रविशंकर सिंह, जनपद अध्यक्ष सुखवंती बाई, कलक्टर डोमन सिंह, एसपी विवेक शुक्ला सहित अन्य जनप्रतिनिधि व अधिकारी मौजूद थे।