वर्ष 1965 में स्व. जगदीश प्रसाद मिश्रा की अगुवाई में रामलीला मण्डली का गठन और मंचन किया गया था। उसके बाद पीढ़़ी दर पीढ़ी आज तक करीब 54 साल से हर साल शारदीय नवरात्र (Shardiya Navratra) में नौ दिन तक रामलीला का मंचन होता था। नागपुर रामलीला मण्डली को छत्तीसगढ़ की सबसे पुरानी व सरगुजा संभाग में इकलौती मण्डली होने के गौरव प्राप्त है।
रामलीला मण्डली को संरक्षित करने 11.30 लाख की हुई थी घोषणा
जानकारी के अनुसार वर्ष 2019 में शारदीय नवरात्र (Navratri 2020) में सरगुजा विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष गुलाब कमरो रामलीला कार्यक्रम देखने पहुंचे थे। इस दौरान रामलीला मण्डली को संरक्षित करने, बेहतर मंच निर्माण कराने साढ़े 11 लाख रुपए देने की घोषणा की गई थी, हालांकि सिर्फ डेढ़ लाख रुपए ही मिले हैं।
कोरोना को देखते हुए किया गया स्थगित
कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखकर इस साल नवरात्र में रामलीला को स्थगित कर दिया गया है। भीड़ होने से संक्रमण का खतरा है।
जमुना पाण्डेय, वरिष्ठ सदस्य रामलीला मण्डल नागपुर