उन्होंने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाकर शव लेने से इनकार कर दिया। करीब 2 घंटे तक मनाने के बाद मुक्तांजलि वाहन से शव को उसके गृहग्राम भिजवाया गया।
मध्य प्रदेश के उमरिया निवासी रिटायर्ड कॉलरी कर्मचारी केशव प्रसाद मिश्रा 75 साल को 9 मई को हार्ट अटैक आया था। तबियत ज्यादा बिगडऩे पर उसे अपोलो बिलासपुर के लिए रेफर कर दिया गया था।
मध्य प्रदेश के उमरिया निवासी रिटायर्ड कॉलरी कर्मचारी केशव प्रसाद मिश्रा 75 साल को 9 मई को हार्ट अटैक आया था। तबियत ज्यादा बिगडऩे पर उसे अपोलो बिलासपुर के लिए रेफर कर दिया गया था।
मंगलवार को ई पास लेने के बाद निजी वाहन से बिलासपुर अपोलो हॉस्पिटल के लिए परिजन उसे लेकर निकले थे। करीब 3 बजे छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश बॉर्डर पहुंचे। मध्य प्रदेश बेरियर को क्रॉस कर छत्तीसगढ़ बेरियर पहुंचने के बाद ई पास चेकिंग के नाम पर करीब डेढ़ घंटे तक उन्हें वहीं रोक लिया गया।
इस दौरान परिजनों ने उन्हें जाने देने के लिए मिन्नतें कीं लेकिन ड्यूटी पर मौजूद लोगों ने उनकी एक न सुनी। इसी बीच शाम करीब 4.30 बजे मरीज की मौत हो गई। इस पर परिजन ने प्रशासन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाकर जमकर हंगामा किया।
शव लेने से किया इनकार, बाद में प्रशासन ने भिजवाया
मरीज की मौत के बाद गुस्साए परिजन ने शव को घर लेकर जाने से इनकार कर दिया। इसके बाद प्रशासनिक ऑफिसरों ने पीडि़त परिवार को समझाइश दी और मान-मनौव्वल किया। इसके बाद प्रशासन ने मुक्तांजलि वाहन से शव को उमरिया भिजवाया।
प्रशासनिक लापरवाही का आरोप गलत
बेरियर में चेकिंग रूटीन की प्रक्रिया है। प्रशासनिक लापरवाही का आरोप बिल्कुल गलत है। हमारे द्वारा मुक्तांजलि वाहन से शव को उमरिया भिजवाया गया।
आरपी चौहान, एसडीएम, मनेन्द्रगढ़