आयुष्मान भारत योजना राज्य नोडल अधिकारी ने कलक्टर, सीएमएचओ को पत्र लिखकर कहा कि डॉ दीपेंद्र सिंह सिकरवार (47) प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पोंड़ी बचरा में पदस्थ थे और कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव व रोकथाम में उनकी ड्यूटी लगी थी। इस दौरान कोरोना से संक्रमित होने के कारण 24 सितंबर को उनकी मौत हो गई है।
22 सितंबर की रात में डॉ. सिकरवार की अचानक तबियत बिगडऩे के बाद अगली सुबह बैकुंठपुर ले जाया गया था। इस दौरान जिला अस्पताल के डॉक्टर्स ने गंभीर स्थिति को देखकर अपोलो बिलासपुर (Apolo Bilaspur) रेफर किया था।
कोरोना से जिले में 15वीं मौत, डॉक्टर की मौत का पहला मामला
कोरिया जिला में कोरोना के कारण अब तक 15वीं मौत हो चुकी है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पोंड़ी के प्रभारी डा.ॅ सिकरवार की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई है। यह जिले का पहला मामला है, जिसमें आयुर्वेदिक डॉक्टर की मौत हुई है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के रिकॉर्ड में कोमोरबिड से मौत होने का उल्लेख है।
ड्यूटी कर रहे हर मेडिकल स्टाफ को मिलेगा फायदा
कोरोना संक्रमण (Covid-19) से बचाव व रोकथाम को लेकर कार्य करने वाले हर डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ कोरोना वारियर्स हैं। आयुर्वेेदिक, होमियो मेडिकल स्टाफ हमारे साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं। आयुर्वेदिक डॉक्टर की बकायद कोविड केयर सेंटर में ड्यूटी लगती है। वहीं अन्य आयुर्वेदिक डॉक्टर, चिरायु विंग मेडिकल स्टाफ कार्य कर रहे हैं। कोरोना संक्रमण से ड्यूटीरत हर मेडिकल स्टाफ को शासन की जारी गाइडलाइन के आधार पर लाभ मिलेगा।
डॉ एसके कुजूर, बीएमओ विकासखण्ड खडग़वां
सीएमएचओ से मिलकर करेंगे चर्चा
आयुर्वेद डॉक्टर व स्टाफ कोरोना वारियर्स (Corona warriors) के रूप में अस्पताल व फिल्ड में कार्यरत हैं। स्वास्थ्य संचालनालय रायपुर से कोरोना के खिलाफ लड़ाई व कार्य करने को लेकर आदेश भी है। डॉ सिकरवार के संबंध में सीएमएचओ से मिलकर चर्चा की जाएगी।
डॉ आरएन मिश्रा, जिला आयुर्वेद अधिकारी बैकुंठपुर