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ट्राइबल मॉडल स्कूल: कैंपस से नौ किलोमीटर दूर 31 लाख का लैब, 7 साल से बेकार, अब खंडहर

locationकोरीयाPublished: Nov 08, 2022 08:20:16 pm

Submitted by:

Yogesh Chandra

आदिवासी विकास विभाग का मामला, जिले का पहला आवासीय विद्यालय है, बडग़ांव में स्कूल कैंपस बनाने ८ एकड़ जमीन आवंटित है, अब अवैध कब्जा होने लगा।

ट्राइबल मॉडल स्कूल: कैंपस से नौ किलोमीटर दूर 31 लाख का लैब, 7 साल से बेकार, अब खंडहर
ट्राइबल मॉडल स्कूल: कैंपस से नौ किलोमीटर दूर 31 लाख का लैब, 7 साल से बेकार, अब खंडहर
बैकुंठपुर। मॉडल हायर सेकंडरी स्कूल ओडग़ीनाका (आजाक) के नाम पर नौ किलोमीटर दूर ग्राम बडग़ांव में करीब ३१ लाख की लागत से लैब निर्माण कर लावारिस छोड़ दिया गया है। जिससे सात साल में बिना उपयोग प्रयोगशाला बिल्डिंग खंडहर होने लगी है।
जानकारी के अनुसार आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा जिला मुख्यालय बैकुंठपुर ओडग़ीनाका में वर्ष १९९४ से मॉडल हायर सेकंडरी स्कूल ओडग़ीनाका(आजाक) संचालित है। तत्कालीन व्यवस्था के तौर पर रामानुज कॉलेज परिसर स्थित पुराने बीटीआई भवन में स्कूल खोला गया था। लेकिन विभागीय उदासीनता के कारण स्कूल की नई बिल्डिंग बनवाने कोई पहल नहीं हुई। जिससे पिछले २८ साल से उधार की बिल्डिंग में मॉडल रेसिडेंशियल स्कूल चल रही है। वहीं दूसरी ओर जिला प्रशासन ने पांच साल पहले मॉडल स्कूल के लिए शहर से करीब नौ किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत बडग़ांव में 7.80 एकड़ जमीन आवंटन कर दिया। आवंटित स्कूल की जमीन पर राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान से 30.80 लाख की लागत से अतिरिक्त कक्ष, पुस्तकालय, प्रयोगशाला, कम्प्यूटर कक्ष, कला क्रॉफ्ट, टायलेट्स के लिए संयुक्त बिल्डिंग का निर्माण करा दिया गया है। शहर व कैंपस से लैब नौ किलोमीटर दूर होने के कारण बिल्डिंग का कोई उपयोग नहीं हुआ। लेकिन बडग़ांव में स्कूल-हास्टल बिल्डिंग बनाना भूल गए हैं। फिलहाल सात साल में लैब बिल्डिंग खंडहर होने लगी है। वहीं बडग़ांव में मॉडल स्कूल की आवंटित जमीन पर धीरे-धीरे अवैध कब्जा कर मकान निर्माण होने लगा है।

मॉडल स्कूल को २८ साल बाद उधार की दूसरी बिल्डिंग मिली
जानकारी के अनुसार करीब २८ साल से उधार की बिल्डिंग में आजाक बालक मॉडल स्कूल की कक्षाएं लगी। इतने साल में सिर्फ जमीन और लैब बिल्डिंग मिली। लेकिन स्कूल के लिए खुद की बिल्डिंग नहीं मिल पाई। अब मॉडल स्कूल को ओडग़ी नाका की जर्जर कैंपस से चरचा में नवनिर्मित ५०० सीटर छात्रावास में शिफ्ट कर दिया गया है। करीब १५ करोड़ की लागत से छात्रावास भवन बनाया गया है। जिसमें २५०-२५० बालक व बालिकाओं को रखना है।

245 स्टूडेंट्स और 26 प्राचार्य-स्टाफ का सेटअप है
जानकारी के अनुसार कोरिया के अनुसूचित जनजाति-जाति के बच्चों को सेंट्रल स्कूल, नवोदय स्कूल की तर्ज पर मॉडल स्कूल में सीबीएसई पैटर्न पर पढ़ाई कराई जाती है। स्कूल में 6वीं से 12वीं तक 245 बच्चों की क्षमता है और प्राचार्य-टीचिंग सहित 26 स्टाफ का सेटअप है। बावजूद मॉडल स्कूल पिछले 2८ साल से खुद की बिल्डिंग-छात्रावास के लिए तरस रहा है।

बडग़ांव में मॉडल स्कूल के लिए जमीन आवंटन हुआ है। स्कूल में एजुकेशन से संबंधित मामले शिक्षा विभाग के पास चले गए हैं। हम सिर्फ हॉस्टल व्यवस्था देखते हैं। अब शिक्षा विभाग ही मॉडल स्कूल की बिल्डिंग बनवाएगा।
डीडी तिग्गा, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास कोरिया

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