गौरतलब है कि मनेंद्रगढ़ निवासी आफरीन अंसारी पति साजिद की डिलीवरी तिथि 22 फरवरी थी। तिथि पार हो जाने के बाद भी प्रसव पीड़ा नहीं होने पर परिजन उसे १ मार्च को सामुदायिक स्वास्थ्य मनेंद्रगढ़ लेकर पहुंचे। इस दौरान संविदा प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. गुरविंदर कौर प्रसूता का मेडिकल चेकअप करती रहीं।
प्रसूता को एक मार्च को ऑपरेशन के लिए बुलाया गया था। सिजेरियन ऑपरेशन से डिलीवरी कराने के एवज में 11 हजार रुपए डॉक्टर ने मांगा। परिजनों ने राशि देने में असमर्थता जताई तो डॉक्टर ने परिजनों को अगले दिन अस्पताल आने की बात कही। प्रसूता के परिजनों ने इसकी जानकारी नगर पालिका उपाध्यक्ष कृष्णमुरारी तिवारी को दी।
वे मंगलवार की रात अस्पताल पहुंचे और सीजर ऑपरेशन करने गुजारिश की, लेकिन डॉक्टर व मेडिकल स्टाफ ने उनकी एक नहीं सुनी। इससे आक्रोशित नपा उपाध्यक्ष ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। अस्पताल में मौजूद स्टाफ का रवैय्या देखकर कलक्टर, सीएमएचओ को पूरी जानकारी देकर कार्रवाई की मांग रखी। वहीं जानकारी मिलने पर पुलिस भी अस्पताल पहुंची। महिला के परिजनों ने मनेंद्रगढ़ थाने में शिकायत भी दर्ज कराई है।
घटना के अगले दिन बुधवार को सीएमएचओ डॉ. रामेश्वर शर्मा शिकायत की जांच करने सीएचसी मनेंद्रगढ़ पहुंचे। इस दौरान मेडिकल स्टाफ का बयान लेकर स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. गुरविंदर कौर (संविदा) की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई हैं।
गर्भ में नवजात मृत, निकलवाने 4 दिन से परेशान थे परिजन
ग्राम पंचायत चरवाही निवासी कोशरिया के गर्भ में नवजात की मौत हो गई है। मामले में परिजनों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शनिवार को भर्ती कराया है। लेकिन चार दिन से दवाइयां दी जा रही है। जिससे परिजन काफी परेशान हैं। लेकिन ग्रामीणों की कोई सुनने वाला नहीं है। मामले में परिजनों ने लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।
वहीं स्थानीय नागरिकों का कहना है कि मनेंद्रगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में महिला डॉक्टर की मनमानी और खुलेआम पैसे मांगने से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। स्त्रीरोग विशेषज्ञ के पदस्थ होने के बाद से लगातार शिकायतें मिल रही है।
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सोनोग्राफी मशीन चार साल से कमरे में कैद, अब डॉक्टर को प्रशिक्षित करने होश आयासीएचसी मनेंद्रगढ़ में करीब 15 लाख की लागत से चार साल पहले सोनोग्राफी मशीन खरीदी गई थी। अस्पताल में बकायदा कक्ष बनाया गया है, जिसमें सोनोग्राफी मशीन पिछले 4 साल से बंद पड़ी है और उद्घाटन की राह देख रही है। मामले में कलक्टर की फटकार के बाद सोनोग्राफी मशीन को ऑपरेट करने महिला डॉक्टर को प्रशिक्षित करने का निर्णय लिया गया है।
मनेंद्रगढ़ सीएचसी में पदस्थ मेडिकल ऑफिसर डॉ. निवेदिता को प्रशिक्षित करने कार्यमुक्त कर दिया गया है। महिला डॉक्टर को 3 मार्च से 15 दिन तक जिला अस्पताल बैकुंठपुर में सोनोग्राफी ऑपरेट करने विशेष प्रशिक्षण लेना होगा।