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कोरीया

गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान में चीतल झुण्ड से भटका, फिर तेंदुए ने शिकार बनाया था, रिपोर्ट में पुष्टि

वनपरिक्षेत्र सोनहत के ग्राम भलुआर जंगल का मामला, बाघ या आवारा कुत्तों के हमले में चीतल की मौत होने की आशंका थी

कोरीयाMay 15, 2022 / 08:32 pm

Yogesh Chandra

गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान में चीतल झुण्ड से भटका, फिर तेंदुए ने शिकार बनाया था, रिपोर्ट में पुष्टि

गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान में चीतल झुण्ड से भटका, फिर तेंदुए ने शिकार बनाया था, रिपोर्ट में पुष्टि



बैकुंठपुर/सोनहत। गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान में छोड़े गए चीतलों के झुण्ड से भटके एक चीतल को तेंदुए ने दबोचकर अपना निवाला बना लिया है। वन अमले को बाघ या आवारा कुत्तों के हमले में चीतल की मौत होने की सूचना मिली थी।
जानकारी के अनुसार गुरु घासीदास उद्यान को 14 मई को सूचना मिली थी। जिसमें बताया गया कि राष्ट्रीय उद्यान में छोड़े गए चीतल में से एक को कुत्तों ने मार दिया है। मामले में घटना की परिक्षेत्र अधिकारी सोनहत, पशु चिकित्सक के माध्यम से जांच कराई गई। जांच रिपोर्ट में उल्लेख है कि प्रकरण में यह स्पष्ट दिखाई दिया, कि मारे गए चीतल के गर्दन में किसी बड़ी बिल्ली प्रजाति(बाघ या तेंदुआ) के दांत के निशान हैं। जो कॉर्निवोरा बाइट के कारण चीतल के शिकार से चीतल की मौत को सिद्ध करता है। वहीं स्थल मुआयना से स्पष्ट है कि चीतल के सभी आंतरिक भाग आमाशय, आहार नली, लीवर, किडनी, लंग्स सभी खाए गए हैं। तेंदुआ एक डर्टी ईटर मांसाहारी प्राणी है। इसलिए तेंदुए द्वारा चीतल को अपना शिकार बनाना सिद्ध होता है। चीतल के श्वास नली में पाए गए निशान, दोनों दांत नजदीक होना तेंदुए का हमला है। मामले में यह कहना गलत है कि कोई आवारा कुत्तों द्वारा चीतल को मारा गया है। यह एक प्राकृतिक घटना है। जो वनों में घटित होती रहती है।

सोनहत परिक्षेत्र के भलुवार में चीतल मृत मिला था
सोनहत वनपरिक्षेत्र के हसेदव बीत के जंगल में चीतल के मृत अवस्था में पड़े होने की सूचना मिली थी। मामले में वन स्टाफ व फायर वाचर घटना स्थल ग्राम भलुवार पहुंचे। सोनहत पशु चिकित्सक द्वारा चीतल का पीएम कराया गया। घटना स्थल सोनहत परिक्षेत्र के जंगल से १०० मीटर उत्तर दिशा है। वहीं गुरु घासीदास पार्क परिक्षेत्र बैकुंठपुर से घटना स्थल की दूरी २ किलोमीटर है। मामले में भलुवार के पूर्व सरपंच रामचंद्र सहित ७ ग्रामीणों की मौजूदगी में पंचनामा बनाया गया है।

भलुवार में ही ११ मई को चीतल का शिकार हुआ, चार आरोपी पकड़े गए थे
जानकारी के अनुसार गुरुघासीदास नेशनल पार्क में छोड़े गए चीतलों में से एक नर चीतल 11 मई बुधवार को सुबह लगभग 9 बजे भटक कर भालुवार पहुंच गया था। मामले में आरोपियों की नजर चीतल पर पड़ी और चीतल को खदेड़ते गांव ले आए। इस दौरान सोहन लाल के घर के आंगन में घुस गया था। फिर जवाहिर पिता इंदल साय ने चीतल के सिर और गर्दन में कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। जिससे चीतल की मौत हो गई। मृत चीतल को सोहन लाल के घर के अंदर छिपा कर रखा था। मामले में लिप्त ग्राम भलुवार निवासी राम स्वरूप पिता आनंद साय, सोहनलाल पिता मंगल साय, कमलसाय पिता दादूराम सहित चार व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं अन्नप्रकाश पिता अमृत लाल को फरार बताया जा रहा है।

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