बैकुंठपुर ओएसटी सेंटर: उद्घाटन के बाद दवाइयां नहीं पहुंची, मरीजों को ५२ किलोमीटर दूर मनेंद्रगढ़ सेंटर जाने की मजबूरी
सरगुजा आईजी अजय यादव के मुख्य आतिथ्य में नवंबर २०२१ में सेंटर का उद्घाटन हुआ था, पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त पहल से सेंटर खोला गया था, फिलहाल काउंसलर के भरोसे संचालित है।
कोरीया
Published: April 24, 2022 10:32:43 pm
बैकुंठपुर। कोरिया पुलिस की पहल से खुले ओएसटी(ओपिऑयड सब्स्टीट्यूशन थेरेपी) सेंटर में दवाइयां नहीं होने के कारण मरीज मनेंद्रगढ़ जाने को मजबूर हैं।
जानकारी के अनुसार तत्कालीन एसपी संतोष सिंह की पहल पर जिला अस्पताल परिसर में ओएसटी सेंटर खोला गया था। सेंटर खुलने के छह महीने में दवाइयां नहीं पहुंच रही है। सेंटर में डॉक्टर नहीं और दवाइयां तक नहीं है। ओएसटी सेंटर में सिरिंज से नशीली दवाइयां लेने वालों की काउंसिलिंग और इलाज होना है। नशे के शिकार लोगों से नशे का लत छुड़ाने जिला अस्पताल में ओएसटी सेंटर खुला है। लेकिन आज तक दवाइयां नहीं पहुंच पाई है। हालाकि एक काउंसलर की पदस्थापना हुई है। जो मरीजों की काउंसलिंग करती है। गौरतलब है कि कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर तत्कालीन एसपी संतोष सिंह ने ओएसटी सेंटर की स्थापना कराई थी। नवंबर 2021 में आईजी अजय कुमार यादव की मौजूदगी में सेंटर का उद्घाटन हुआ था। वहीं एसपी सिंह जनवरी 2022 में स्थानांतरित होकर राजनांदगांव चले गए। उसके बाद से ओएसटी सेंटर पर दवाइयां नहीं मिल रही है। हालाकि ओएसटी सेंटर के बाहर बड़े-बड़े बोर्ड लगे हुए हैं। निजात अभियान के तहत नशे से दूर रहने वाले पोस्टर से ओएसटी केंद्र पटा हुआ है। ओएसटी सेंटर के उद्घाटन के दिन बड़ी संख्या में नशे से जुडे लोगों को लाया गया था। वर्तमान में ओएसटी सेंटर भगवान भरोसे चल रहा है। पुलिस विभाग और न ही स्वास्थ्य विभाग ध्यान दे रहा है।
यह है ओएसटी सेंटर
ओपिऑयड सब्स्टीट्यूशन थेरेपी सेंटर(ओएसटी) में सिरिंज से नशीली दवाइयां लेने वालों का इलाज होता है। इस दौरान नियमित रूप से नशा छुड़वाने के लिए गोलियां खिलाई जाती हैं। गोली खाने मरीज या परिजनों को हर रोज सेंटर पहुंचकर हाजिरी लगानी पड़ती है। काउंसलर अपने सामने ही गोलियां खिलाते हैं। गौरतलब है कि ओएसटी सेंटर से एक भी नशे के आदी व्यक्ति को दवाइयांं नहीं मिल पाई है। कोई परिवार अपने किसी व्यक्ति को नशे से छुड़ाने लाता है तो उसे रेफर कर दिया जाता है। ऐसे मरीजों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है।
सेंटर में पंजीयन बंद हुआ!
जानकारी के अनुसार जिले में बड़ी संख्या में किशोर और युवा नशे की गिरफ्त में हैं। कोरिया पुलिस की निजात अभियान के तहत ऐसे युवाओं को ओएसटी सेंटर में पंजीयन कराया जाना था। जिन्हें नियमित रूप से काउंसलिंग के बाद दवाइयां दी जानी थी। लेकिन अब न इनका पंजीयन होता है और दवाइयां आज तक नहीं आई है। वर्तमान में मरीज व परिजनों को ५२ किलोमीटर दूर मनेंद्रगढ़ ओएसटी सेंटर जाने की मजबूरी है। बैकुंठपुर ओएसटी सेंटर से दवाइयां नहीं मिलने पर मरीज नशे के गिरफ्त बाहर नहीं आ पा रहे हैं।
मुझे प्रमुख बनाया गया है, परन्तु मुझे इंवाल्व नहीं किया गया है। वहां मैडम पदस्थ हैं। उन्हें मनेन्द्रगढ़ ओएसटी सेंटर से मिलकर काम करना होगा। शुभांरभ होने के बाद से दवाइयां नही आई है। वर्तमान में मानसिक रोगियों की काउंसलिंग की जा रही है।
डॉ शुभाशिष करण, प्रभारी ओएसटी सेंटर बैकुंठपुर

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