होली के अलावा अन्य 4 त्यौहार भी पहले ही मना लेते है इस गांव के लोग, वर्षों से चली आ रही परंपरा का कर रहे निर्वहन
Amarpur holi
बैकुंठपुर/सुरमी. कोरिया जिले के ग्राम पंचायत अमरपुर में त्योहार से सात दिन पहले गुरुवार को धूमधाम से होली पर्व मनाया गया। इस अवसर पर विधि-विधान से देवल्ला में पूजा-अर्चना कर एक-दूसरे को रंग-गुलाल और अबीर लगाकर होली की शुभकामनाएं दी। वहीं गांव के बुजुर्ग, महिलाएं व बच्चे फाग गीतों पर जमकर झूमते नजर आए। अमरपुर में होली खेलने और देखने के लिए आसपास के ग्रामीण पहुंचे थे।
जिला मुख्यालय बैकुंठपुर से करीब 12 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत अमरपुर में रंगों का त्योहार होली पर्व धूमधाम से मनाया गया। गांव में किसी प्रकार की अनहोनी को टालने हर साल सात दिन पहले होली पर्व मनाया जाता है। जबकि भारतीय कैलेंडर के अनुसार होली त्योहार २१ मार्च को मनाई जाएगी।
अमरपुर में पांच दिन पहले होली खेलने की परंपरा कोरिया में प्रसिद्ध है। होली का जश्न मनाने आसपास के ग्रामीण भी अमरपुर पहुंचे। वहीं ग्रामीणोंं ने ढोलक, मंजीरे की थाप, फाग गीतों पर जमकर झूमे और एक दूसरे को रंग- गुलाल लगाकर होली खेली। ग्रामीणों का कहना है कि गांव को किसी प्रकार की अनहोनी से बचाने के लिए अमरपुर में 7 दिन पहले होली मनाई जाती है।
त्योहार सात दिन पहले मनाने से गांव के किसी परिवार में अनहोनी व किसी प्रकार की अप्रिय घटना नहीं होती है। गांव के लोगों को अनहोनी से बचाने के लिए वर्षों से सात दिन पहले होली खेली जाती है।
वहीं पूर्वजों ने सालों पहले होली को पांच दिन पहले मनाने का रिवाज बनाया है। इस कारण ग्रामीण बुजुर्गों के बनाए नियम का पालन कर होली पर्व मनाते हैं। ढोलक-मंजीरे व डीजे के साथ होली खेली सरपंच राजेश खाखा, दीपक सिंह, गोलू सिंह, गोपाल राजवाड़े, ग्राम सचिव रामकुमार, रोजगार सहायक राजू कुमार ने बताया कि ग्राम पंचायत अमरपुर में वर्षों पहले बुजुर्गों की परंपरा को कायम रखा गया है।
ग्रामीण ने पारंपरिक ढोलक, मंजीरे की थाप पर पूरे उल्लाह के साथ होली का त्योहार मनाया। वहीं युवा व बच्चों ने आधुनिक डीजे व बाजेगाजे के साथ होली खेली। अमरपुर में होली त्योहार मनाने ग्रामीणों की बैठक होती है। इस दौरान ग्रामीण आपस में रायशुमारी और सर्वसम्मति से पूर्वजों की परंपरा को कायम रखकर होली त्योहार मनाने का निर्णय लेते हैं।
समय से पहले मनाते हैं ये 4 प्रमुख त्योहार ग्राम पंचायत अमरपुर के ग्रामीणों का कहना है कि गांव में वर्षों से होली, पोला, हरेली व दिवाली का त्योहार पांच दिन पहले मनाया जाता है। जिससे गांव में किसी प्रकार की अनहोनी व अप्रिय घटना नहीं होती है।
वर्षों पहले होली त्योहार के दिन एक ग्रामीण के घर में अप्रिय घटना हुई थी। जिससे एक पुरोहित ने सात दिन पहले होली त्योहार मनाने की सलाह दी थी और तब से लेकर आज तक सात दिन पहले होली का त्योहार मनाया जाता है।