इधर दूसरे यात्री ने उक्त बैग स्टेशन मास्टर के हवाले कर दिया। स्टेशन मास्टर ने दस्तावेज में रहे मोबाइल नंबर के आधार पर सूचना दी। इसके बाद यात्री वहां पहुंचकर अपना बैग ले गया। (H0nesty)
कोरिया जिले के वार्ड क्रमांक-2 नार्थ झगराखांड़-खोंगापानी मनेंद्रगढ़ निवासी विकास कुमार यादव पिता सूरज प्रसाद यादव कुछ दिन पहलेे मेडिकल सेक्टर में नौकरी का इंटरव्यू देने रायपुर गया था। इस दौरान कंपनी में इंटरव्यू सहित अन्य कामकाज निपटाने के बाद दुर्ग-अंबिकापुर एक्सप्रेस में जुडऩे वाली चिरमिरी बोगी में रिजर्वेशन कराया था।
रायपुर से गुरुवार को बोगी में सवार होकर लौटा और मनेंद्रगढ़ स्टेशन में उतरकर अपने घर चला गया था। इस दौरान हड़बड़ी में अपना बैग वह अपनी सीट पर ही भूल गया। बैग में 70 रुपए नकद, आधार कार्ड, मार्कशीट, ड्राइविंग लाइसेंस सहित अन्य दस्तावेज रखे थे।
इधर दुर्ग-चिरमिरी बोगी बिजुरी से बिलासपुर-चिरमिरी पैसेंजर ट्रेन से जुडक़र सुबह करीब ८ बजे चिरमिरी पहुंची। इस दौरान उसी बोगी में सफर करने वाले एक अज्ञात यात्री ने ईमानदारी की मिसाल पेश करते हुए बैग को उठाकर सहायक स्टेशन मास्टर को सौंप दिया।
प्रक्रियाएं पूरी करने के बाद बैग लौटाया गया
यात्री द्वारा बैग सौंपने के बाद स्टेशन मास्टर ने उसे खोला तो उसमें 100 रुपए नोट के 70 हजार रुपए नकद और युवक के अन्य दस्तावेज थे। इसके बाद स्टेशन मास्टर ने युवक के मोबाइल नंबर के आधार सूचना दी और चिरमिरी स्टेशन में बैग होने की जानकारी दी।
इसके बाद युवक शुक्रवार की सुबह करीब 10.30 चिरमिरी स्टेशन पहुंचा और स्टेशन मास्टर ने पूछताछ करने के बाद चार गवाहों की मौजूदगी में बैग सौंप दिया। इस दौरान सहायक स्टेशन मास्टर अरविंद गुप्ता, सिग्नल मेंटेनर सुनील कुमार मिंज, जेजे राव मौजूद थे।
यात्री का काम प्रशंसनीय
अज्ञात यात्री का यह काम बहुत ही प्रशंसनीय कार्य है। उसकी मदद से हमने आज युवक को ट्रेन में छूटा बैग सहित उसमें रखी नकद राशि व जरूरी दस्तावेज सौंप दिया है।
सुरेश माहौर, मुख्य स्टेशन प्रबंधक, चिरमिरी
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