कोरिया जिले के पटना पुलिस के अनुसार ग्राम पंचायत खोंड़ बड़कापारा निवासी सुमार साय पिता जगदीश (40) गुरुवार सुबह करीब 8 बजे सुबह अपने गांव के भावनाडांड़ नाला की ओर गया था। इस दौरान नाला के पास पहुंचने पर सूखे रेत में किसी अज्ञात महिला का शव अंदर दबा था और उसका दोनों हाथ कोहनी से ऊपर पंजा तक बाहर दिखाई दे रहा था।
मामले में पटना थाना को सुबह करीब 9 बजे सूचना दी। इसके बाद पुलिस ने मर्ग कायम कर विवेचना में लिया और घटना स्थल पर मुआयना किया। इस दौरान शव से काफी बदबू आ रही थी और शव को 3-4 दिन पहले गाडऩे का अनुमान लगाया था। थाना प्रभारी रविंद्र अनंत के नेतृत्व में पंचनामा बनाकर कार्यपालिक दण्डाधिकारी की मौजूदगी में शव को बाहर निकालकर पीएम कराया गया था।
मृतका के शार्ट पीएम रिपोर्ट के आधार पर मृतका सोनमत ऊर्फ अंजू सिंह की किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा हत्या कर शव को छिपाने के उद्देश्य से ग्राम खोंड़ के भवनाडांड़ नाला के सूखे रेत में गाडऩा पाया गया। मामले में अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 201, 302 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था।
वहीं शव का शिनाख्त करने मृतका के कपड़े को आधार बनाया गया और उसकी सोनमत उर्फ अंजू (22) एसइसीएल भगत सिंह कॉलोनी पाण्डवपारा निवासी के रूप में पहचान की गई थी। संदेह के आधार पर पाण्डवपारा निवासी एसइसीएल कर्मचारी संतोष सिंह पिता भजन राम को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ करने पर हत्या करना कबूल कर लिया और शव को छिपाने में अपनी पत्नी को सहयोग करने की बात स्वीकार कर लिया है।
जीजा से प्रेम विवाह कर बड़ी बहन की सौतन बनी
आरोपी संतोष सिंह व शांति बाई का करीब 25 साल पहले सामाजिक रीति-रिवाज से विवाह हुआ था और दंपति के तीन बच्चे हैं। वहीं दूसरी ओर आरोपी ने करीब 10 साल पहले मृतिका से इश्क लड़ाया और प्रेम विवाह कर अपनी पत्नी के रूप में रखा था। आरोपी की दूसरी पत्नी का एक बच्चा है।
मृतका अपने जीजा से प्रेम विवाह करने के करीब 10 साल बाद उत्तर प्रदेश के एक युवक से स्मार्ट मोबाइल फोन में सोशल मीडिया में चेटिंग कर इश्क लड़ाने लगी थी। मामले को लेकर पति ने अपनी छोटी पत्नी की पिटाई कर दी थी। इससे पत्नी नाराज होकर घर छोड़कर कहीं चले जाने की बात कह कहीं गई थी।