20 साल पहले पहली पत्नी छोड़ी थी, दूसरी शादी के बाद दखल देने लौटी, प्रताडि़त police आरक्षक ट्रेन से कटा
कोरीयाPublished: Sep 27, 2022 06:50:07 pm
नागपुर पुलिस चौकी क्षेत्र की घटना, मंगलवार की सुबह ६.१८ बजे दुर्ग-अंबिकापुर ट्रेन से कटकर जान दी, शरीर और सिर दो हिस्से में बंट गया।


20 साल पहले पहली पत्नी छोड़ी थी, दूसरी शादी के बाद दखल देने लौटी, प्रताडि़त police आरक्षक ट्रेन से कटा
बरबसपुर। करीब २० साल पहले छोड़कर जाने वाली पहली पत्नी के जिंदगी में दोबारा दखल देने लौटने और उसकी प्रताडऩा से तंग आकर पुलिस जवान ने मंगलवार को ट्रेन से कटकर अपनी जान दे दी।
जानकारी के अनुसार महाराजपुर निवासी पुलिस आरक्षक राम सिंह आयम(41) मंगलवार सुबह ६.१८ बजे ग्राम लोहारी रेलवे ट्रैक पर खुदकुशी कर ली। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि ट्रेन आते समय अपनी गर्दन को रेलवे ट्रैक में रख दिया। जिससे देखते ही देखते दुर्ग-अंबिकापुर ट्रेन से कटकर सिर और धड़ दो हिस्से में कट गया। घटना स्थल खंभा क्रमांक 918/8 है। उसके बाद स्थानीय पुलिस, आरपीएफ , एमसीबी एसपी पीआर कोशिमा भी घटनास्थल पर पहुंचे। पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और पुलिस जांच कर रही है। मृतक का मोबाइल, स्कूटी से एक डायरी और पर्स बरामद किया गया है। आरक्षक चिरमिरी थाना में पदस्थ था और लगभग १६-17 साल से नौकरी कर रहा था। ग्रामीणों के अनुसार राम सिंह आयम का विवाह लगभग 22 वर्ष पहले नगर की लकड़ी से हुआ था। पति-पत्नी के दांपत्य जीवन में बच्चे नहीं होने की वजह से एक-दूसरे से अलग हो गए थे। फिर करीब चार-पांच साल बाद मनमती निवासी लालपुर चौघड़ा से प्रेम विवाह और कोर्ट मैरिज हुआ था। दूसरी पत्नी मानमती से बच्चा नहीं हुआ है तो अपने भाई लक्ष्मण सिंह की बेटी को गोद लेकर अपने पास रख पढ़ा लिखा रहे थे। लगभग 7-8 साल पहले पोड़ी में पदस्थ थे, उसी समय से पोड़ी में 96 नंबर कॉलोनी में निवासरत थे।
पत्नी बोली, वे कहते थे-देखना किसी दिन मैं रेलवे ट्रैक में लेटकर आत्महत्या कर लूंगा
मृतक की पत्नी मानमती सिंह ने बताया कि मेरे पति राम सिंह आयम की पूर्व पत्नी बार-बार फोन कर धमकाती और परेशान करती थी। और पैसों की भी डिमांड करती थी। जिससे मेरे पति बहुत परेशान रहते थे और मुझसे कहते थे कि यह औरत एक दिन मेरी जान लेकर रहेगी। देखना किसी दिन मैं रेलवे ट्रैक में लेटकर आत्महत्या कर लूंगा। पड़ोसियों ने बताया कि उसकी पहली पत्नी आरक्षक के गृह ग्राम महाराजपुर में दो बार आ चुकी थी। और कहती थी, कि मैं अब यहीं रहूंगी, लेकिन गांव वालों ने समझा-बुझाकर उसके घर भेज देते थे।
आरक्षक सुबह स्कूटी से लोहारी रेलवे ट्रैक पर पहुंचा, कुछ ग्रामीणों की बातचीत हुई थी
मृतक घटना तिथि की रात करीब ९.३० बजे भोजन करने के बाद स्कूटी सीजी 16 सीएन 2430 में सवार होकर घर से निकला था। उसने अपनी पत्नी से कहा कि मैं थाना पूरी जा रहा हूं। पत्नी मना कर बोली, अभी मत जाइए, आपकी ड्यूटी तो रात को 12 बजे से गश्ती में लगी है। लेकिन आरक्षक नहीं माना और चला गया। मृतक की पत्नी रात 1 बजे फोन लगाई थी तो आरक्षक बोला, अभी मैं बिजी हूं, बाद में बात करना। उसके बाद मोबाइल बंद कर दिया। फिर कुछ पता नहीं चला, सुबह अपनी स्कूटी से ग्राम लोहारी रेलवे ट्रैक पर पहुंचा। अभी स्कूटी से कुछ दूर जाकर लोहारी के ग्रामीणों के पास तंबाकू मांग कर खाया था। फिर कुछ लोग टहलने के लिए सड़क तरफ निकले थे।