Liquor Shop: विशेष ग्रामसभा (Special Gram Sabha) में 106 ग्रामीण पहुंचे, 90 लोग की सहमति के बाद सरकारी शराब दुकान (Government liquor shop) नहीं खोलने देने का पारित हुआ प्रस्ताव पारित
Gram sabha in Podi panchayat
पोड़ी बचरा. कोरिया जिले के पोड़ी पंचायत में विधायक के पिता की जमीन पर शराब दुकान खोले जाने का विरोध (Protest of liquor shop) ग्रामीणों ने किया था। इसी क्रम में आयोजित विशेष ग्रामसभा में प्रस्ताव पारित कर शराब दुकान नहीं खोलने का निर्णय लिया गया है। ग्रामसभा में कुल 106 ग्रामीण पहुंचे थे। इसमें से 90 ग्रामीणों ने शराब दुकान नहीं खोलने के पक्ष में अपना मत सुनाया।
कोरिया जिले के ग्राम पंचायत पोड़ी के नाई पारा मोहल्लेे के बूढ़ा सागर में विधायक के पिता की जमीन पर शराब दुकान खोलने व हर महीने 17 हजार रुपए किराया देने आबकारी विभाग से अनुबंध हुआ है।
मामले की जानकारी मिलने के बाद महिला स्वास्थ्य संगठन ने पंचायत भवन से पोड़ी अटल चौक तक सांकेतिक रैली निकालकर शराब दुकान खोलने को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था। वहीं संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव ने ग्राम पंचायत पोड़ी पहुंचकर शराब दुकान नहीं खोलने का आश्वासन दिया था।
संसदीय सचिव ने कहा कि ग्राम सभा का प्रस्ताव सर्वमान्य होगा। दूसरी ओर पंचायत ने शराब दुकान खोलने के लिए किसी तरह का प्रस्ताव नहीं दिया है। उसी मामले को लेकर शुक्रवार को ग्राम पंचायत पोड़ी में ग्राम सभा का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य रूप से शराब दुकान सहित अन्य मुद्दों को लेकर चर्चा होनी थी।
ग्रामसभा में नई शराब दुकान खोलने के लिए 2 आवेदन मिले। शराब दुकान नहीं खोलने के संबंध में ग्राम सभा में 106 लोग उपस्थित थे। इसमें 90 लोग शराब दुकान नहीं खोलने के पक्ष में अपना निर्णय सुनाया।
90 सदस्यों का कहना है कि शराब दुकान नहीं खुलेगी, ग्राम सभा में बहुमत के आधार पर ग्राम पंचायत पोड़ी में शराब दुकान बंद करने का प्रस्ताव पारित कर दिया है।
आबकारी विभाग का पत्र को अवैध माना गया ग्रामसभा में चर्चा कर कहा गया कि कार्यालय कलक्टर (आबकारी) बैकुंठपुर द्वारा शराब दुकान खोलने के लिए पत्र क्रमांक 1024 जारी किया गया था, जो कि अवैध है।
IMAGE CREDIT: Villagers protest liquor shop क्योंकि ग्राम सभा से प्रस्ताव पारित कराए बिना आदेश जारी किया गया है। मामले में शुक्रवार को ग्राम पंचायत पोड़ी ग्राम सभा में शराब दुकान बंद करने प्रस्ताव पारित किया गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम सभा के प्रस्ताव को शासन-प्रशासन मान्य करता है या ग्राम सभा प्रस्ताव के प्रस्ताव को दरकिनार कर शराब दुकान खोलने मंजूरी मिलेगी। जबकि ग्राम सभा की उपस्थिति अनुसार दो तिहाई से ज्यादा बहुमत शराब दुकान नहीं खोलने के लिए लामबंद हैं।