गुस्से से आक्रोशित मंत्री ने कहा आप लोगों की किस्मत अच्छी है कि मंै यहां का विधायक नहीं हूं। पूरा शहर धूल डस्ट-जर्जर सड़कों से ग्रस्त है। सरकार से इतना पैसा भेजने के बाद भी जमीनी हकीकत इतनी खराब है। यहां तो सांस लेने में भी डर लग रहा है। एक मिनट भी खुले में खड़ा रहना मौत को बुलाने जैसा है।
मुख्यमंत्री डॉ.
रमन सिंह 1918-19 मई को विकास यात्रा के तहत कोरिया प्रवास पर आएंगे। इस दौरान विभिन्न कार्यक्रम का लोकार्पण व भूमिपूजन करेंगे। विकास यात्रा को फाइनल टच देने के लिए लोक निर्माण मंत्री व विकास यात्रा प्रभारी मूणत पहुंचे।
उन्होंने गोदरीपारा क्षेत्र में निर्मित सभास्थल से लेकर यात्रा गुजरने वाली सड़क मार्ग, विश्राम स्थल तक का पूरा निरीक्षण कर सभा स्थल पर पहुंचे। इस दौरान कलक्टर नरेंद्र दुग्गा, एसईसीएल के मुख्य महाप्रबंधक के. सामल और नगर निगम के कार्यपालन अभियंता को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि आप लोगों की किस्मत अच्छी है कि मैं यहां का विधायक नहीं हूं।
इस अवसर पर संसदीय सचिव एवं भरतपुर-सोनहत क्षेत्र की विधायक चंपा देवी पावले, मनेन्द्रगढ विधायक श्याम बिहारी जायसवाल, वरिष्ठ नागरिक तीरथ गुप्ता, एसपी विवेक शुक्ला, जिला पंचायत सीईओ तुलिका प्रजापति, जनपद पंचायत खडगवां के सीईओ दशरथ सिंह राजपूत उपस्थित थे।
एक मिनट भी खुले में खड़े रहना मौत को बुलाने जैसा
मूणत ने कहा कि शहर को साफ -सुथरा रखने, अच्छी सड़क, शुद्ध पेयजल 24 घण्टे, बिजली स्वास्थ्य सुविधा और अन्य कारणों के लिए आप लोगों को इतना पैसा दिया जाता है। मैं प्रभारी के साथ पर्यावरण मंत्री भी हूं। यहां एक मिनट खुले में खड़ेे होना, अपनी मौत को बुलाने जैसा है। ये आप लोगों की तैयारी है।
वोट नहीं गाली मिलेगी
मूणत ने कहा कि आपकी सड़कों में चारपहिया वाहन से चलने में डर लग रहा है। लोग मोटर साइकिल और पैदल कैसे चलते होंगे। ऐसी अव्यवस्था से शहर की जनता सरकार को वोट नहीं, बल्कि गाली देंगी।
मामले में प्रभारी मंत्री ने अधिकारियों को जमकर फटकार लगाते हुए अपने मोबाइल से तत्काल पर्यावरण विभाग के अधिकारियों को जांच कर रिपोर्ट देने की हिदायत दी। कार्यक्रम में भारी लापरवाही व अव्यवस्था के कारण नाराज होकर सीधे बैकुंठपुर विश्राम भवन लौट गए।