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ऑफिसरों ने रात में पकड़ी एंबुलेंस तो भीतर का नजारा देखकर फटी रह गईं आंखें, ऐसे हो रहा था बेड का उपयोग, 3 गिरफ्तार

locationकोरीयाPublished: Aug 25, 2018 05:10:23 pm

एसईसीएल की अनुबंधित एंबुलेंस में हो रहा था ये घिनौना काम, देवगढ़ वनपरिक्षेत्र के तर्रा बसेर में रात में ऑफिसरों ने की कार्रवाई

Arrested

3 arrested

सोनहत. कोरिया जिले के देवगढ़ वनपरिक्षेत्र की टीम ने शुक्रवार की रात करीब 10 बजे एसईसीएल की अनुबंधित एंबुलेंस को रुकवाया। जब उन्होंने भीतर झांक कर देखा तो उनके होश उड़ गए।

बेड पर मरीज की जगह 50 बड़ी-बड़ी सिल्लियां (चिरान) पड़ी थीं। इस दौरान मौके से भाग रहे 3 आरोपियों को उन्होंने दौड़ाकर पकड़ लिया। वन विभाग ने एंबुलेंस को चरचा थाने के सुपुर्द किया है। वहीं वाहन के राजसात की तैयारी की जा रही है।

शुक्रवार की रात 10 बजे बैकुंठपुर रेंजर अखिलेश मिश्रा के पास किसी अज्ञात नंबर से काल आया कि तर्रा बसेर के एक घर से एंबुलेस क्रमांक एमपी 65 डीए-0204 में साल लकड़ी की सिल्ली (चिरान) लोड की जा रही है। मामले में तत्काल देवगढ़ परिक्षेत्राधिकारी प्रभूनाथ राम को इसकी जानकारी दी।
Wood in ambulance
फिर बिना देरी किए नवपदस्थ परिक्षेत्र सहायक और वन रक्षक को लेकर मौके पर पहुंचे। इस दौरान एक एंबुलेस को आते देखकर रोका तो अंदर मरीज की बजाय साल की लकड़ी की सिल्ली भरी हुई थीं। इसके बाद उन्होंने एंबुलेस की चाबी अपने कब्जे में ली और ड्राइवर संतोष यादव (25) सहित 3 आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
इसमें उमेश पिता संतराम राजवाड़े, नवल साय पिता संतराम नाम बताया जा रहा है। मामले में आसपास के ग्रामीणों को बुलाकर पंचनामा बनाया और एंबुलेंस को बैकुंठपुर वन डिपो में रखा गया है। जबकि तीनों आरोपियों को चरचा पुलिस को सौंप दिया गया है। वहीं सूत्रों के अनुसार एंबुलेस पर राजसात की कार्यवाही हो सकती है।
मामले में आरोपियों से पूछताछ जारी है, जिसके बाद मामले का खुलासा हो पाएगा। देवगढ़ वन परिक्षेत्र के अनुसार एंबुलेंस से लगभग 50 नग सरई (साल) की सिल्ली (चिरान) जब्त की गई है। मामले की जानकारी कोर्ट में पेश की जा रही है। एंबुलेंस एसईसीएल की अनुबंधित बताई जा रही है। फॉरेस्ट टीम यदि २ मिनट लेट होती तो आरोपी और जब्त लकड़ी हाथ से निकल सकती थी।

दो महीने पहले मारुती वैन पकड़ा था, राजसात की तैयारी
वन परिक्षेत्राधिकारी प्रभूनाथ राम ने तर्रा बसेर क्षेत्र में ही 2 महीने पहले एक मारुति वैन को पकड़ा था। इसमें सागौन की 50 से ज्यादा सिल्लियां बरामद की गई थीं। फॉरेस्ट टीम को देखकर वैन का ड्रायवर भाग खड़ा हुआ था। हालांकि बाद में वैन के मालिक को चिरमिरी से बुलवाया गया। फिलहाल मारूति वैन के राजसात करने की कार्रवाई जारी है।
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