जब्त पौधे की कीमत 3 हजार रुपए बताई गई। पुलिस ने आज उसे न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। ग्रामीण ने जिस जमीन पर गांजे के पौधे लगाए थे उसे वन विभाग द्वारा पट्टा दिया गया है।
पुलिस के अनुसार जंगल की अवैध कटाई कर कब्जा करने के बाद गांजा की खेती की शिकायत मिलने की जांच करने पहुंचे थे। इस दौरान अवैध कब्जा कर निर्मित झोपड़ी के आसपास से छानबीन और संदेही शिवलाल से कड़ाई से पूछताछ की गई। इस पर शिवलाल के झाला के सामने गांजा के 60 नग पौधे मिले।
पौधों की ऊंचाई एक फीट से चार फीट तक थी। पौधों से गांजा जैसी खुशबू आने पर पुलिस ने इसे उखड़वाकर जब्त कर लिया। गांजा के पौधों का वजन 850 ग्राम तथा कीमत 3 हजार रुपए है। मामले में आरोपी के खिलाफ धारा २०ए के तहत अपराध पंजीबद्ध कर जेल भेज दिया गया।
वन विभाग से पट्टा मिला है,
पुलिस के अनुसार जिस जमीन पर गांजे की खेती गई गई थी, वह वन विभाग के माध्यम से पट्टा दिया गया है। इसका क्रमांक 0066449, खसरा नंबर 347/2, 348/2 शिवलाल ग्राम आनी के नाम पर दर्ज है।
आरोपी ने वन विभाग की वर्ष 1998 में उपलब्ध रसीद क्रमांक 45/18888 प्रस्तुत किया, जो शिवलाल पिता मण्डल ग्राम आनी के नाम है और 500 रुपए अर्थदण्ड पटाया गया है। मामले में उपलब्ध दस्तावेज की छायाप्रति, बरामद 60 नग गांजे के पौधों को सील कर दिया गया है।