कोई आवाज नहीं आने पर वह डर गया और बाहर की ओर भागने लगा। इसी बीच कुछ लोगों ने उसे रुकने कहा। इस दौरान दहशत में आए पंप ऑपरेटर ने किसी तरह वहां से भागकर अपनी जान बचाई।
कोरिया जिले के चिरमिरी स्थित एसईसीएल की आर 5 भूमिगत खदान करीब 2 साल से बंद पड़ी और कोयले का उत्पादन बंद कर दिया गया है। वर्तमान में एसईसीएल प्रबंधन भूमिगत खदान से मात्र पानी आपूर्ति करता है और फिल्टर कर हल्दीबाड़ी क्षेत्र में निस्तारी पानी सप्लाई करती है।
भूमिगत खदान में शुक्रवार की रात ा करीब 2 से 3 बजे अज्ञात चोरों ने मुख्य मुहाने के दरवाजे का ताला तोड़कर चोरी की नियत से अंदर घुस गए हैं। जिसकी शनिवार को प्रथम पाली में कार्यरत कालरी कर्मी नंदू ने जानकारी दी है। सुबह खदान के अंदर जाने वाले दूसरे रास्ते से पंप संचालित करने अंदर गया था।
इस दौरान करीब दो किलोमीटर अंदर जाने के बाद कुछ लोगों की हलचल व लाइट जलती देखी थी। उसने आवाज लगाई, लेकिन किसी प्रकार की आवाज नहीं आई। इससे डरे सहमे कालरी कर्मी लौटने का प्रयास किया गया। तब तक अज्ञात चोरों ने दौड़ाकर रुकने की बात कही थी।
थाने में सूचना पहुंची, रेस्क्यू टीम घुसी थी भीतर
मामले की जानकारी होने पर पुलिस को सूचना दी गई थी। वहीं लगभग 20 से 25 सदस्यीय रेस्क्यू टीम और सुरक्षा कर्मियों को अंदर भेजा गया था। खदान के अंदर घण्टो खोजबीन के बाद टीम बैरंग लौटी। वहीं भूमिगत खदान का मुहाने का ताला टूटा मिला है। और सुरक्षा व्यवस्था को काट कर अंदर जाने की पुष्टि की जा रही है। मामले में एसईसीएल को जानकारी होने के बाद मुहाने पर सुरक्षा के इंतेजाम व बिजली की व्यवस्था की जा रही है।
किए जा रहे सुरक्षा के उपाय
मामले की जानकारी होने के बाद तत्काल मामले की पुलिस प्रशासन को सूचना दी गई और सुरक्षा के इंतजाम किए जा रहे है। अभी कुछ बता पाना संभव नहीं है।
के. सामल, मुख्य महाप्रबंधक एसईसीएल चिरमिरी