कॉलरीकर्मी के चगुल से छुड़ाकर किशोर को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां से डॉक्टर ने उसकी गंभीर हालत को देखकर जिला अस्पताल रेफर कर दिया। यहां उसका इलाज जारी है। किशोर के परिजन की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ जुर्म दर्ज कर लिया है।
कोरिया जिले के चिरमिरी स्थित वार्ड क्रमांक-25 बरतुंगा कालरी निवासी एक 14 वर्षीय किशोर, उसका बड़ा भाई सहित अन्य बच्चे शनिवार दोपहर करीब १.३० बजे घर से कुछ दूर स्थित शिव मंदिर के नीचे नाले में निर्मित सती मंदिर के समीप खेल रहे थे। इस दौरान स्थानीय कॉलोनी निवासी एसईसीएल कर्मी कोमल सिंह पूजा करने पहुंचा।
उसने बच्चों को देख कर दूर से ही डांट-फटकार लगाई और गाली गलौज करते हुए वहीं रुकने कहा। इससे सभी बच्चे भयभीत होकर भागने लगे और आरोपी ने बच्चों को दौड़ाकर पकडऩे की कोशिश की। इस दौरान 14 वर्षीय किशोर उसके हाथ लग गया, बाकी बच्चे भाग निकले।
पीडि़त बच्चे के बड़े भाई ने बताया कि आरोपी ने उसके छोटे भाई को मंदिर प्रांगण में लगे लोहे के पाइप से हाथ, पैर व मुंह को गमछे से बांध दिया था। इसके बाद उसने चोरी का आरोप लगाकर लकड़ी के पटरे से लगभग २ घंटे तक मारपीट की। मामले में मंदिर परिसर के पास से गुजरने वाले एक स्थानीय व्यक्ति ने घर जाकर जानकारी दी।
मारपीट की जानकारी मिलने पर पिता के साथ उक्त स्थल पर पहुंचे तो लकड़ी के पटरे से वह पिटाई कर रहा था। काफी समझाइश के बाद बच्चे को छुड़ाकर बड़ा बाजार समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया।
यहां डॉक्टर ने उसका प्राथमिक उपचार कर स्थिति नाजुक बताकर जिला अस्पताल रेफर कर दिया। मामले में पुलिस अधिकारी ममता केरकेट्टा ने धारा 294, 506, 323 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है।
पिता की लिखित शिकायत पर मामला दर्ज
पीडि़त के पिता बरतुंगा कालरी में लकड़ी मिस्त्री का काम कर अपने परिवार का जीवन-यापन करते हैं। मामले में थाना चिरमिरी में लिखित शिकायत की है। इस पर पुलिस ने अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू कर दी है। वहीं मारपीट की घटना के बाद पीडि़त परिवार दहशत में है। मारपीट की घटना को 24 घंटे बीत चुके हैं।