पूर्व मंत्री अग्रवाल ने कहा इस कांग्रेस की सरकार में सभी वर्ग हताश, निराश, परेशान हैं। जनता आगामी चुनाव का इंतजार कर रही है। पूरे प्रदेश में कामकाज पूरी तरह ठप पड़े हैं। शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी विकास कार्य के लिए पैसे नहीं दिए जा रहे हैं। प्रदेश की कानून व्यवस्था भी पूरी तरह चरमराई हुई है। हत्या, लूट बलात्कार से प्रदेश में अपराध का ग्राफ बढ़ रहा है। भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा पार हो चुकी है। राजस्व विभाग में सीमांकन, नामांतरण बिना लेनदेन के कोई कार्य नहीं हो रहे हैं। उन्होंने कहा जब हमारी सरकार थी तो लगभग 33 हजार करोड़ का कर्ज 15 वर्षों में जन हितकारी योजनाओं के लिए उठाया था। उन दिनों प्रदेश में विकास कार्य दिखते थे। वहीं कांग्रेस के इन तीन वर्षों के कार्यकाल में 50 हजार करोड़ का कर्ज लिया गया है। उसके बाद भी प्रदेश में कहीं कोई विकास कार्य नहीं दिख रहा है। नगरीय निकायों में बिना 3 फीसदी कमीशन लिये विकास कार्यों के लिए पैसे नहीं स्वीकृत किए जा रहे हैं। डायवर्टेड प्लॉट में हस्ताक्षर करने के लिए प्रशासनिक अधिकारी व एसडीएम बिना चढ़ावे हस्ताक्षर नहीं कर रहे हैं। उन्होंने भाजपा पार्षदों द्वारा कांग्रेस विधायकों का सोशल मीडिया व खुले तौर पर प्रशंसा करने के सवाल पर बचते नजर आए। वहीं नागपुर-पाराडोल रेल लाइन विस्तार पर भी कन्नी काटते नजर आए। वहीं चिरमिरी-अनूपपुर मेमू ट्रेन के मनेंद्रगढ़ में स्टॉपेज नहीं होने के सवाल पर रेल प्रबंधन से चर्चा करने को लेकर टाल दिया। पूर्व मंत्री अग्रवाल ने आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री आवास के अलावा कई केंद्र की पूर्व में संचालित योजनाओं का बखान किया। उन्होंने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं को अपना बताकर यह सरकार अपना गुणगान करने में लगी है। यह पिछले 3 वर्षों के जोगी कार्यकाल व 15 वर्षों के भाजपा के कार्यकाल में ऐसा पहली बार हो रहा है, कि छत्तीसगढ़ के सारे अधिकारी कर्मचारी संगठन के लोग 5 दिन के हड़ताल पर हैं। यह इस बात का भी संकेत दे रहा है कि इस सरकार से सभी वर्ग नाखुश हैं। इस दौरान चंपा देवी पावली, मंडल अध्यक्ष धर्मेंद्र पटवा, रामचरित द्विवेदी, पवन फरमानिया, जया कर, प्रतिमा पटवा, संजय गुप्ता आदि मौजूद थे।