यदि टेंशन से गुजर रहे हैं तो डॉक्टर की सलाह लें। इसी कड़ी में कोरिया जिला स्थित गृहविज्ञान विभाग शासकीय विवेकानन्द महाविद्यालय मनेन्द्रगढ़, राष्ट्रीय सेवा योजना एवं नैक प्रकोष्ट के संयुक्त तत्वाधान में कोविड के दौरान तनाव प्रबंधन, पोषण एवं मनोवैज्ञानिक आयाम पर राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन किया गया।
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सेमीनार में प्राचार्य डॉ. सरोजबाला श्याग विश्नोई वेबीनार का विषय, उद्देश्य, आवश्यकता को संक्षिप्त में वर्चुवल पटल पर रखा। उन्होनें कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी (Covid-19) के कारण शारीरिक एवं मानसिक परेशानियों के निदान के लिए विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया है। डॉ. अशोक त्रिपाठी निश्चेतना विशेषज्ञ डायरेक्टर त्रिपाठी हॉस्पिटल रायपुर ने सेमीनार के विषय पर अपने विचार रखे।
उन्होनें कोरोना के प्रारंभ से लेकर आज तक की स्थिति को विस्तार से समझाया। कोविड काल में फ्रंटलाइन वर्कर, डॉक्टर, पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित कर सकारात्मक विचार, योग प्राणायाम पर जोर दिया। अनावश्यक रूप से भयभीत होकर सीटी स्कैन कराने सहित अन्य दवाओं के अत्यधिक सेवन से बचने सचेत किया।
डॉ. मीता झा पंडित रविशंकर शुक्ल विवि रायपुर मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष ने कहा कि मन से प्रारंभ होकर तन की यह स्थिति मनोदैहिक स्थिति कहलाती है। दैनिक जीवन की घटनाएं, क्रियाकलाप, परिस्थितियां, वातावरण सभी किसी न किसी रूप में तनाव का कारण बनती है। हमें तनाव
(Tension) को हावी नही होने देना चाहिए।
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वहीं प्रश्नोत्तर सेशन के बाद डॉ विश्नोई ने टीकाकरण कराने एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने, डबल मास्क लगाने एवं हाथों को बार-बार साबुन से धोने एवं सेनिटाइज करने का आग्रह किया। इस दौरान कार्यक्रम अधिकारी सुनील तिवारी, पूर्व नैक कोऑर्डिनेटर एलसी मनवानी, डॉ अरूणिमा दत्ता, अवनीश गुप्ता, सुनीत जॉनसन बाड़ा सहित अन्य शामिल हुए।
तनाव से होती है मानसिक बेचैनी
डॉ. प्रीति पाण्डेय मनोचिकित्सक न्यूरोलॉजी सेंटर एण्ड डाक्टर्स लैब वाराणसी उत्तरप्रदेश ने तनाव से होने वाली मानसिक बेचैनी, व्याधियों के बारेे मे विस्तार से बताया। तनाव के सकारात्मक एवं नकारात्मक दोनों रूपों से परिचित कराया। तनाव के प्रभाव को शारीरिक, मानसिक एवं व्यवहारिक रूप से पडऩे वाले व्यापक दुष्परिणामों से सचेत रहने जागरूक किया।
संतुलित आहार लें
डा.ॅ अर्चना गुप्ता गृहविज्ञान विभाग शासकीय कन्या महाविद्यालय रीवा मध्यप्रदेश ने कहा कि कोविड काल में स्ट्रेस मैनेजमेंट करने संतुलित आहार लेना है। उन्होनें मौसमी फल, ताजी सब्जियां, विभिन्न अनाज, ड्राई फ्रूट्स आहार में सम्मिलित करने रैसिपी बनाने एवं ग्रहण करने तरीके बताए।