रिपोर्ट पर पुलिस आरोपियों की खोजबीन में जुट गई। इसी बीच पुलिस ने 2 नाबालिग सहित 5 संदेहियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने शनिवार की रात बेदम पिटाई के बाद मरा समझकर उसके दरवाजे पर फेंकने की बात स्वीकार कर ली। साक्ष्य मिटाने उन्होंने युवक को नग्न कर उसके कपड़े, जूते व मोबाइल जला दिए।
मुख्य आरोपी ने बताया कि रात में डांस के दौरान मृतक ने उसकी पत्नी से छेडख़ानी की थी। पुलिस ने हत्या के आरोप में सभी को गिरफ्तार कर अलग-अलग न्यायालय में पेश किया, जहां से 3 आरोपियों को जेल तथा 2 नाबालिगों को बाल संप्रेक्षण गृह भेज दिया गया।
कोरिया जिले के खडग़वां थानांतर्गत ग्राम कदरेवा निवासी जगदीश गोंड़ पिता रामकुमार 21 वर्ष अपनी दादी के घर मनेंद्रगढ़ के ग्राम चौघड़ा में रहता था। 14 मई की सुबह करीब 6 बजे जब उसकी दादी ने दरवाजा खोला तो वह नग्न हालत में बाहर गंभीर स्थिति में पड़ा हुआ था। उसके सिर सहित शरीर के अन्य हिस्से में चोट के निशान थे।
उसकी सांसें चल रही थीं। दादी ने पानी छिड़ककर उसे होश में लाया और पूछा तो उसने इतना ही कहा- मोबाइल, दुकानपारा व अजय। इसके बाद उसने दम तोड़ दिया। इसकी सूचना परिजनों ने मनेंद्रगढ़ पुलिस को दी। शॉर्ट पीएम में सिर में चोट लगने से मौत होने की बात सामने आई। इस पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का जुर्म दर्ज कर विवेचना शुरु की।
एसपी विवेक शुक्ला के निर्देशन व एएसपी निवेदिता पॉल शर्मा तथा एसडीओपी अनुज कुमार के मार्गदर्शन और मनेंद्रगढ़ थाना प्रभारी के नेतृत्व में 2 टीम का गठन किया गया। इसी बीच पुलिस ने संदेह के आधार पर वहीं के गोपाल पिता जगधारी 31 वर्ष, अनिल सिंह पिता धरप्रसाद 22 वर्ष, अजय सिंह पिता मनबोध 21 वर्ष व 2 नाबालिगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने हत्या की बात स्वीकार कर ली।
इसके बाद पुलिस ने पांचों के खिलाफ धारा 302, 34, 201 के तहत अपराध दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। कार्रवाई में एसआई बीडी सिदार, प्रधान आरक्षक रवि शर्मा, आरक्षक सुनील तिर्की, राजकुमार सेन, जितेंद्र ठाकुर, रवि शर्मा व भंडारी राम शामिल थे।
पत्नी से की थी छेडख़ानी
आरोपियों ने बताया कि 13 मई की रात जगदीश सहित सभी ने एक साथ मिलकर शराब पी थी। इसके बाद सभी साउंड सिस्टम की धुन पर डांस कर रहे थे। इसी दौरान जगदीश ने गोपाल की पत्नी से छेडख़ानी कर दी। इससे नाराज गोपाल, अनिल, अजय व 2 नाबालिगों ने उसे इमली पेड़ के पास ग्राउंड में पकड़कर डंडे व लात-मुक्के से बेदम पिटाई की। फिर उसे मरा समझकर उसके घर के दरवाजे पर फेंक कर फरार हो गए थे।
गुमराह करने मिटाए थे सबूत
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि मारपीट के दौरान जगदीश के सिर से काफी खून निकल रहा था। उसे उन्होंने हैंडपंप में धोया था। इसके बाद उसके शरीर से पूरे कपड़े, जूते व मोबाइल निकाल लिए और साक्ष्य मिटाने सभी को जला दिया। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने डंडा, जले कपड़े और मोबाइल जब्त कर लिया।