ये सभी त्याग पत्र बुधवार को सर्राफा आंदोलन समिति के प्रतिनिधिमंडल ने भाजपा शहर अध्यक्ष हेमंत विजवर्गीय को सौंप दिए। संयोजक अरुण कोठारी ने कहा कि जनसंघ के जमाने से ही सर्राफा बाजार भाजपा की राजनीति का प्रमुख केंद्र रहा। लम्बे समय से पार्टी की निस्वार्थ भाव से सेवा कर रहे हैं, लेकिन मोदी सरकार ने सोने के आभूषण निर्माण पर उत्पाद शुल्क लगाकर उनका कारोबार चौपट करने की कोशिश कर रही है।
भाजपा के इस रवैये के कारण सर्राफा व्यवसायियों ने आज पार्टी से त्यागपत्र दिया है। राजस्थान सर्राफा संघ के प्रदेश मंत्री पुरुषोत्तम पुरोहित ने भावुक होते हुए कहा कि सरकार के अडि़यल रवैये के चलते पार्टी छोडऩी पड़ रही है, जिसका दुख है।
पुरोहित भाजपा के शहर उपाध्यक्ष रह चुके हैं। इस दौरान राजस्थान सर्राफा संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष कैलाश अग्रवाल, श्री सर्राफा बोर्ड के सचिव जम्बू कुमार जैन, स्वर्ण रजत कला मार्केट समिति के रमेश सोनी, आत्मदीप आर्य, रामपुरा सर्राफा एसोसिएशन के सुधीर जैन, न्यू कोटा सर्राफा एसोसिएशन के जितेंद्र सोनी, बंगाली स्वर्ण कला समिति के मरोहर, मराठा एसोसिएशन के दत्ताराव आदि शामिल थे।
सर्राफा व्यवसायियों ने बुधवार को त्यागपत्र सौंपे हैं। जो स्वीकार नहीं किए गए। साथ ही सर्राफा व्यवसायियों की भावना को पार्टी के शीर्ष पदाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। हेमंत विजयवर्गीय, भाजपा शहर जिलाध्यक्ष