40 से 45 हजारबोरी का है रिकार्ड
मंडी में धनिया की आवक का रिकार्ड 40 हजारबोरी से ज्यादा का है। बीते सालों में धनिया के साथ अन्य जिंसों के आने वजिंसों की कुल आवक का ग्राफ 50 हजार बोरी तक पहुंचने पर मंडी गेटबंद करने के नजारे उभरकर सामने आते है। किसानों को दो से तीन दिनतक अपनी जिंस बिकवाली के लिए इंतजार करना पड़ता है। इस सीजन मे अभी ऐसेहालात पैदा नहीं हुए है। धनिया का रकबा घटना इसका मूल कारण है।
मंडी में धनिया की आवक का रिकार्ड 40 हजारबोरी से ज्यादा का है। बीते सालों में धनिया के साथ अन्य जिंसों के आने वजिंसों की कुल आवक का ग्राफ 50 हजार बोरी तक पहुंचने पर मंडी गेटबंद करने के नजारे उभरकर सामने आते है। किसानों को दो से तीन दिनतक अपनी जिंस बिकवाली के लिए इंतजार करना पड़ता है। इस सीजन मे अभी ऐसेहालात पैदा नहीं हुए है। धनिया का रकबा घटना इसका मूल कारण है।
गीला कम सूखा ज्यादा
सोमवार को मंडी में आने वाले धनियाकी क्वालिटी में गीले धनिया कीमात्रा काफी कम रही। तापमान मे बढ़ोतरी होने से सूखा धनिया ज्यादा आयातो उसमे ग्रीन धनिया की ढ़ेरिया ज्यादा देखी गई। ऊंचे में ग्रीन धनिया इसदिन 14 हजारी होकर बिका। नीलामी यार्ड सेबाहर निकला धनिया कृषि उपज मंडी के नीलामी यार्ड में धनिया की कुलक्षमता 20 से 21 हजार बोरी है लेकिन ज्यादा आवक के कारण सरसों वालेब्लाक में धनिया की ढ़ेरिया करनी पड़ गई। इस सीजन में नीलामी यार्ड सेधनिया बाहर आने का रिकार्ड सोमवार के नाम दर्ज हुआ।
सोमवार को मंडी में आने वाले धनियाकी क्वालिटी में गीले धनिया कीमात्रा काफी कम रही। तापमान मे बढ़ोतरी होने से सूखा धनिया ज्यादा आयातो उसमे ग्रीन धनिया की ढ़ेरिया ज्यादा देखी गई। ऊंचे में ग्रीन धनिया इसदिन 14 हजारी होकर बिका। नीलामी यार्ड सेबाहर निकला धनिया कृषि उपज मंडी के नीलामी यार्ड में धनिया की कुलक्षमता 20 से 21 हजार बोरी है लेकिन ज्यादा आवक के कारण सरसों वालेब्लाक में धनिया की ढ़ेरिया करनी पड़ गई। इस सीजन में नीलामी यार्ड सेधनिया बाहर आने का रिकार्ड सोमवार के नाम दर्ज हुआ।