जानकारी के अनुसार मंडी समिति प्रतिदिन 200 से ज्यादा कूपन जारी कर रही थी। कच्चे आढ़़तिए इन कूपन केआधार पर अपनी आढ़त में किसानों को जिंस लेकर आने की सूचना देते हैं। मंडी समिति की तरफ से जारी कूपन से ज्यादा वाहनों में जिंस आती है तो उसे आपस में समझौता करके व्यापारियों द्वारा नीलामी यार्ड में भेज दिया जाता है। व्यापारी इस प्रक्रिया में आरोप भी लगाने से नहीं चूकते।
Read more : कोरोना संकट के बीच टिड्डी दल के हमले से बच गया कोटा… शामतक चली नीलामी सोमवार को मंडी में धनिया की 30 हजार बोरी की आवक होने से मंडी समिति का नीलामी यार्ड पूरी तरह ठसाठस भर गया था। मंडी समिति कार्यालय से दूसरे गेट जाने वाला रास्ता धनिया की ढेरियां से अटा हुआ था। गेट से दूसरे हिस्से की सड़क ठसाठस भरी थी। एक टयूबलर शेड में चना, दूसरे में सरसों व सोयाबीन सहित अन्य जिंसों की ढेरियां लगी हुई थी। धनिया की नीलामी का कार्य जो कम आवक के कारण दोपहर में बंद हो जाता था वह सोमवार को शाम छह बजे तक चला। नीलामी में आई हुई जिंस बिक गई। ज्यादा आवक होने से धनिया के भावों में इस दिन सौ रुपए प्रति क्विंटल की मंदी रही।
व्यापारियों की मांग पर बढ़ाए टोकन
मंडी सचिव जवाहरलाल नागर ने बताया कि व्यापारियों के साथ शनिवार को हुई बैठक में टोकन बढ़ाने का निर्णय लिया गया था उसके अनुरुप टोकन जारी हुए। सोमवार को करीब दो सौ से ज्यादा टोकन जारी हुए हैं जिसके आधार पर किसान मंडी में जिंस लेकर आएंगे। मंगलवार को करीब चार सौ टोकन जारी किए जाएंगे। बिना टोकन वाले जिंसों से भरे वाहनों को नजराना लेकर अंदर घुसाने की बात को उन्होंने खारिज किया।
व्यापारियों की मांग पर बढ़ाए टोकन
मंडी सचिव जवाहरलाल नागर ने बताया कि व्यापारियों के साथ शनिवार को हुई बैठक में टोकन बढ़ाने का निर्णय लिया गया था उसके अनुरुप टोकन जारी हुए। सोमवार को करीब दो सौ से ज्यादा टोकन जारी हुए हैं जिसके आधार पर किसान मंडी में जिंस लेकर आएंगे। मंगलवार को करीब चार सौ टोकन जारी किए जाएंगे। बिना टोकन वाले जिंसों से भरे वाहनों को नजराना लेकर अंदर घुसाने की बात को उन्होंने खारिज किया।
तो अन्य मंडियों में बिकने जाएगी जिंस सचिव ने बताया कि मध्यप्रदेश की मंडियों में कामकाज चालू हो चुका है। किसानों के लिए टोकन नहीं बढ़ाए तो रामगंजमंडी आने वाली जिंस मध्यप्रदेश की मंडियों में पहुंचेगी जिससे मंडी समिति को राजस्व का नुकसान होगा। एेसे प्रयास किएजा रहे हैं कि बरसात से पहले किसानों की उपज ज्यादा से ज्यादा मंडी में बिके व सोशल डिस्टेंस से कारोबार हो।
सोशल डिस्टेंस की पालना बेअसर कृषि उपज मंडी में ज्यादा आवक बढऩे से सोशल डिस्टेंस की पालना सोमवार को बेअसर दिखी। मास्क पहनकर आने की अनिवार्यता का कई व्यापारियों ने पालन नहीं किया।