उन्होंने बताया कि त्योहारी सीजन को देखते हुए दूध, दही, मावा, पनीर, आटा, बेसन, खाद्य तेल, घी, सूखे मेवे, मसालों, बाट एवं माप की प्राथमिकता से जांच की जाएगी। इसमें थोक विक्रेता, खुदरा विक्रेताओं से प्रतिदिन सेम्पल लिए जाएंगे और लैब में टेस्ट करवाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर जिला कलक्टर और उपखण्ड स्तर पर उपखण्ड अधिकारी की अध्यक्षता में समितियों का गठन किया गया है और उनके द्वारा भी संभाग के जिला कलक्टरों को शुद्ध के लिए युद्ध अभियान बाबत निर्देशित कर दिया गया है। शुद्ध के लिए युद्ध अभियान में मिलावटखोरों की सूचना देने वाले को 51 हजार रुपए का इनाम दिया जाएगा। इसमें सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखते हुए जिला कलक्टर द्वारा दी जाएगी।