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OMG: 6 घंटे दर्द से कराहती रही प्रसूता, नहीं आई एम्बुलेंस

locationकोटाPublished: Sep 16, 2018 12:24:05 am

Submitted by:

​Zuber Khan

सांगोद उपखंड मुख्यालय पर 104 एम्बुलेंस सेवा के अभाव में प्रसुताओं को आए दिन वाहन के अभाव में 6 घंटों तक प्रसव पीड़ा से कराहना पड़ रहा है।

Delivery Pain

OMG: 6 घंटे दर्द से कराहती रही प्रसूता, नहीं आई एम्बुलेंस

सांगोद. सांगोद उपखंड मुख्यालय पर 104 एम्बुलेंस सेवा के अभाव में प्रसुताओं को आए दिन वाहन के अभाव में 6 घंटों तक प्रसव पीड़ा से कराहना पड़ रहा है। शुक्रवार रात भी यहां काशीपुरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से कोटा रैफर की गई एक प्रसूता की 108 एम्बुलेंस सेवा ने हालत खस्ता कर दी। 104 वाहन नहीं होने से कोटा रैफर करने के बाद प्रसूता को रात तक वाहन नसीब नहीं हुआ। करीब 6 घंटे तक इंतजार के बाद प्रसूता को रात साढ़े आठ बजे कनवास से आई एम्बूलेंस से कोटा ले जाया गया।
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जानकारी के अनुसार बारां जिला निवासी एक प्रसूता को प्रसव पीड़ा होने के बाद परिजन दोपहर करीब दो बजे सांगोद अस्पताल लेकर पहुंचे थे। यहां चिकित्सकों ने प्रसूता की जांच की और एचबी की मात्रा कम होने पर उसे कोटा रैफर कर 108 एम्बुलेंस को सूचित कर दिया।
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आठ बजे तक नहीं पहुंची एम्बुलेंस

रात आठ बजे तक भी एम्बंलेंस नहीं पहुंची। परिजनों के पास इतने पैसे भी नहीं थे कि वे अपने स्तर पर किराए पर वाहन की व्यवस्था कर प्रसूता को कोटा ले जा सके। ऐसे में प्रसूता यहां 108 एम्बूलेंस के इंतजार में कराहती रही। सांगोद उपखंड की 108 एम्बुलेंस खराब होने से कोटा में खड़ी है। ऐसे में विभागीय स्तर पर जयपुर कॉल सेंटर से परिजनों को कभी कनवास से तो कभी मिर्जापुर तो कभी अन्य जगह से वाहन आने का भरोसा दिलाया जाता रहा। यहां कई सालों से 104 एम्बुलेंस सेवा की कमी खल रही है। क्षेत्र में सबसे अधिक प्रसव सांगोद अस्पताल में होते हैं लेकिन यहां अभी तक सरकार 104 एम्बुलेंस वाहन मुहैया नहीं करवा पाई। इसका खामियाजा प्रसूताओं को उठाना पड़ रहा है।
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नहीं हुई लापरवाही

प्रसूता के परिजन काफी समय तक यह तय नहीं कर पाए कि प्रसूता को कोटा ले जाएं या पुन: बारां। समझाने पर वे कोटा ले जाने को तैयार हुए। 108 एमबुलेंस की कुछ दिक्कत रही होगी लेकिन अस्पताल स्तर पर कोई लापरवाही नहीं हुई।
-डा. ओपी सामर, चिकित्सालय प्रभारी

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