खानपुर। खानपुर निवासी व बारां जिले के कवाई मे विद्युत वितरण निगम में कार्यरत सहायक अभियंता की कोरोना से मौत हो गई। परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार सहायक अभियंता कुंजबिहारी यादव (40) गत पखवाडे अपने करीबी रिश्तेदार के यहां जाने के दौरान कोरोना संक्रमित हो गए थे। उनकी तबियत बिगडने से पिछले एक सप्ताह से कोटा के निजी अस्पताल में ंउपचार चल रहा था। जहां उपचार के दौरान शुक्रवार शाम को उनकी मौत हो गई। परिवारजनों ने उनका कोटा मे ही अंतिम कोविड प्रोटोकोल के तहत अंतिम संस्कार कर दिया। वहीं सहायक अभियंता के पिता खेमचन्द यादव भी कोरेाना पॉजिटिव होने के कारण शनिवार सुबह उनके पिता खेमचन्द यादव (65) की भी मौत हो गई। पिता भी कोरोना पॉजिटिव थे तथा पुत्र के साथ कोटा मे रह रहे थे।
कोरोना से सह आचार्य का निधन
झालरापाटन । कोरोना संक्रमण के चलते उद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय के वन जीव विज्ञान एवं वृक्ष सुधार कार्यक्रम के सह आचार्य डॉ. परमेश्वर सिंह का शुक्रवार शाम को झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में उपचार के दौरान निधन हो गया। चौहान को 11 मई को उपचार के लिए झालरापाटन के सेटेलाइट अस्पताल में भर्ती कराया था। तबीयत बिगडऩे से उन्हें झालावाड़ रैफर किया गया। जहां शुक्रवार शाम 5 बजे उनका निधन हो गया। डॉ. चौहान महाविद्यालय में वर्ष 2006 से अनवरत सेवाएं दे रहे थे। वह अपने मधुर व्यवहार के कारण विद्यार्थीयों व स्टाफ के बीच लोकप्रिय रहें। महाविद्यालय में संचालित होने वाली अधिकांश गतिविधियों में उनकी भागीदारी रहती थी। वह अपने पीछे माता-पिता, पत्नी, पुत्र और भाई-बहनों का भरा पूरा परिवार छोड़ गए। अधिष्ठाता डॉ. आई बी मौर्य ने बताया कि महाविद्यालय में 15 मई को निर्धारित सभी परीक्षाएं आगामी आदेश तक निरस्त कर दी गई हैं।
कोरोना से सह आचार्य का निधन
झालरापाटन । कोरोना संक्रमण के चलते उद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय के वन जीव विज्ञान एवं वृक्ष सुधार कार्यक्रम के सह आचार्य डॉ. परमेश्वर सिंह का शुक्रवार शाम को झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में उपचार के दौरान निधन हो गया। चौहान को 11 मई को उपचार के लिए झालरापाटन के सेटेलाइट अस्पताल में भर्ती कराया था। तबीयत बिगडऩे से उन्हें झालावाड़ रैफर किया गया। जहां शुक्रवार शाम 5 बजे उनका निधन हो गया। डॉ. चौहान महाविद्यालय में वर्ष 2006 से अनवरत सेवाएं दे रहे थे। वह अपने मधुर व्यवहार के कारण विद्यार्थीयों व स्टाफ के बीच लोकप्रिय रहें। महाविद्यालय में संचालित होने वाली अधिकांश गतिविधियों में उनकी भागीदारी रहती थी। वह अपने पीछे माता-पिता, पत्नी, पुत्र और भाई-बहनों का भरा पूरा परिवार छोड़ गए। अधिष्ठाता डॉ. आई बी मौर्य ने बताया कि महाविद्यालय में 15 मई को निर्धारित सभी परीक्षाएं आगामी आदेश तक निरस्त कर दी गई हैं।