यह बात शहर पुलिस अधीक्षक विकास पाठक ने कहीं। वे बुधवार को रोटरी क्लब कोटा, भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति जयपुर व भारत सेवा संस्थान के सहयोग से पांच दिवसीय दिव्यांग सहायता शिविर के समापन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। भावुक हुए पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मैंने बचपन से रोटरी क्लब देखा है और कोटा आकर भी रोटेरियन में वहीं कर्मठता, सेवा भाव है। जनसेवा की इसी भावना से प्रेरित होकर में भी रोटेरियन बनना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि किसी कि अपूर्णता को कमकर उसे पूर्ण कर आप उस व्यक्ति की प्रसन्नता को माप नहीं सकते है। पुलिस अधीक्षक रोटरी क्लब की इस जनसेवा को देखकर अभिभूत हो गए।
उसके बाद रोटरी डीजी रोजेश अग्रवाल, अध्यक्ष बीएल गुप्ता, सचिव लक्ष्मण सिंह ने पुलिस अधीक्षक को मानक चिंह पहनाकर रोटरी का सदस्य बनाया। विशिष्ट अतिथि रीको के कोटा सीनियर आरएम एकके गर्ग थे। अध्यक्षता क्लब डीजी राजेश अग्रवाल ने की। शिविर में 3679 दिव्यांग लाभांवित हुए।
चेहरे पर मुस्कान लाना कामयाबी… समारोह में क्लब अध्यक्ष बीएल गुप्ता ने कहा कि शिविर में 2 करोड़ रुपए के उपकरण बांटना कामयाबी नहीं है, बल्कि दिव्यांगों के चहरे पर जो मुस्कान देखने को मिली है, वही हमारी कामयाबी है। समारोह में भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति कोटा प्रभारी प्रवीण भण्डारी ने समिति के सेवाकार्यो के बारे में बताया। शिविर प्रभारी अनुपम शर्मा ने बताया कि 3679 दिव्यांग लाभाविंत हुए है।