सावधान ! अगले 48 घंटे और जलाएगी गर्मी…लू के थपेड़ो ने लगाया कर्फ्यू ,पारा 48 पार नौ साल बाद ऐसी भीषण गर्मी से जली हाड़ौती – इनका यह कहना योजनाएं खूब, धरातल पर नहीं हो रहा काम
ग्लोबल वार्मिंग के कारण मौसम तंत्र का चक्र बदल गया है। अब तो सिर्फ सर्दी-गर्मी का असर बढ़ रहा है। बारिश का असर कम हो गया है। हम लगातार पेड़ों की कटाई कर रहे है। पौधों को लगाने व संवारने का काम नहीं किया जा रहा है। बारिश के दिनों में सिर्फ दिखावा हो रहा है। पौधों को लगाने के बाद उनकी देखभाल नहीं की जाती है। नए भवनों पर वाटर हॉर्वेस्टिंग सिस्टम भी नहीं लगाए जा रहे है। इससे जल का संरक्षण भी नहीं हो रहा है। एम जेड ए खान, व्याख्यता, भूगोल
प्राकृतिक चीजों को संवारनी होगी।- ग्लोबल वार्मिंग व स्थानीय प्रभाव के कारण आद्र्रता में बढ़ोतरी होती है। हवा की रफ्तार भी कम हो जाती है। इससे गर्मी का असर बढ़ता है। कई बार इन परिस्थितियों में मौसमी तंत्र बन जाते है। अंधड़ या बारिश होती है तो हवा के सर्कुेलेशन में नमी के कारण होती है। – अजीत पाल भाटिया, मौसम वैज्ञानिक
इलाज के लिए कोटा के अस्पताल में आया लंगूर, रेस्क्यू टीम को देख भागा…वीडियो में देखे कर्मचारियों के कैसे छूटे पसीने यह रहा अधिकतम तापमान- 2009- 39.7- 2010- 42.3- 2011- 39.4- 2012- 38.4- 2013- 38.5- 2014- 39.9- 2015- 28.8- 2016- 38- 2017- 41.8- 2018- 37
नौ साल बाद गिर रही ऐसी भीषण गर्मी- ग्लोबल वार्मिंग से बदल रहा मौसम तंत्र ग्लोबल वार्मिंग के कारण मौसम का तंत्र बदल रहा है। इसी कारण इन दिनों भीषण गर्मी गिर रही है। हाड़ौती की धरां तवे सी तप रही है। झुलसा देने वाली इस गर्मी से मानव ही नहीं पशु-पक्षी भी प्रभावित हो रहे है। ऐसी गर्मी नौ साल बाद गिर रही है। अब हर किसी के मुंह से उर्फ!… ये झुलसा देने वाली गर्मी सुनाई दे रही है।
रविवार सुबह से ही सूर्य देव की तीखी किरणों के कारण गर्मी का असर दिखाई दे रहा है। दोपहर में हालात यह होते है कि लोग बाहर भी नहीं निकल पा रहे है। बाजारों में दिन में सन्नाटा पसरा हुआ है। लोग आवश्यक कार्य के चलते ही बाहर निकल रहे है। गर्म हवा के थपेड़ों से बचने के लिए लोग वाहनों पर मुंह पर दुपट्टा, साफी आदि बांधकर निकल रहे। घरों व कार्यालयों में पंखे गर्म हवा दे रहे है। लोग कूलरों व एसी के बिना नहीं रह पा रहे है। घरों से बाहर निकलते ही लोग पसीने से तर हो रहे है। गर्मी का असर रात तक बना हुआ है।