झेलनी पड़ रही श्रमिको की नाराजगी-
प्रधान सिंह व सरपंचों ने बताया कि हड़ताल के कारण मनरेगा श्रमिकों का रोजगार बंद हो गया है। ऐसे में आए दिन श्रमिक पंचायतो व पंचायत समिति में आकर हंगामा कर रहे हैं। सरकार की उदासीनता के चलते कार्मिक व श्रमिक दोनों ही परेशान हैं और जनप्रतिनिधियों को उनकी नाराजगी झेलनी पड़ रही है।
4 हजार ही रह गया रोजगार
पंचायत समिति से प्राप्त जानकारी के अनुसार क्षेत्र की 33 ग्राम पंचायतों में वर्तमान में रोजगार आंकड़ा घटकर 4 हजार 478 ही रह गया है। जबकि, गत वर्ष इसी समय 35 हजार श्रमिकों को रोजगार मिला था। इसमें भी 33 पंचायतों में से 16 पंचयतों में श्रमिकों का रोजगार शून्य पहुंच गया है। ऐसे में रोजगार को लेकर श्रमिक पंचायतों में हंगामा कर रहे हैं।